नई दिल्ली. नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) का पुरे देश में विरोध जारी है. पूर्वोत्तर से शुरू हुए विरोध बंगाल होते हुए उत्तर भारत पहुंच गया है. इसे लेकर यूपी (Uttar Pradesh) और दिल्ली (Delhi) से कई हिंसक घटनाएं भी सामने आयी है. वही अब नागरिकता कानून, भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (National Register of Citizens) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (National Population Register) के खिलाफ लेफ्ट ने विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है. बताना चाहते है कि लेफ्ट एक सप्ताह तक विरोध-प्रदर्शन करने जा रही है. यह प्रदर्शन 1 जनवरी से शुरू होगा जो 7 जनवरी तक चलेगा. इसके बाद आठ जनवरी को देशव्यापी बंद की घोषणा लेफ्ट ने की है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की तरफ से यह बंद बुलाया गया है. सीएए, एनआरसी और एनपीआर के साथ-साथ आर्थिक मंदी के कारण लोगों को हो रही दिक्कतों को बंद के वजहों में शामिल रखा गया है. . यह भी पढ़े-ममता बनर्जी मंगलुरु के हिंसा पीड़ित परिवारों को देंगी 5 लाख का मुआवजा, कहा- जब तक CAA वापस नहीं लिया जाता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेंगे
CAA, एनआरसी और NPR के खिलाफ 7 दिनों तक प्रदर्शन करेगी लेफ्ट-
Communist Party of India (Marxist): Left Parties call for a week-long protests from 1st Jan to 7th Jan against #CitizenshipAmendmentAct, NRC, NPR, mounting miseries of people due to economic slowdown & in solidarity with all India General Strike on 8th Jan
— ANI (@ANI) December 26, 2019
वहीं दूसरी तरफ आज यानि गुरूवार को पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कोलकाता में नागरिकता कानून के खिलाफ मार्च निकाला. इस दौरान उन्होंने छात्रों से इसके खिलाफ अहिंसक रूप से प्रदर्शन जारी रखने की अपील की.