नोटबंदी को लेकर बैंकों के कामकाज पर नीतीश कुमार ने उठाये कई सवाल
नीतीश कुमार (Photo Credits: PTI)

पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने नोटबंदी को लेकर बैंकों के कामकाज पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. बताना चाहते है कि शनिवार को राज्यस्तरीय बैंकर्स कमेटी की 64वीं बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं नोटबंदी का समर्थक रहा हूं. उतना नहीं मिल पाया. उन्होंने कहा कि देश की प्रगति में बैंकों की बड़ी भूमिका है.नोटबंदी के दौरान बैंकों में लोगो ने कहां-कहां से पैसा जमा कराया था. पर बैंकों ने कैसे-कैसे खेल किए? मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सिर्फ जमा, निकासी और कर्ज देना बैंकों का कार्य नहीं है। सरकार की एक-एक योजना में बैंकों की भूमिका बढ़ गई है. सामाजिक सुधार, देश के विकास में बैंकों की भूमिका है. इसके लिए बैंकों के ब्रांचों की संख्या और कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है.

नीतीश यही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि बैंकों में बड़े-बड़े घोटाले के कई मामले प्रकाश में आए हैं. बड़े लोगो को हजारों करोड़ कर्ज दे दिया जाता है. गरीब लोगों को लोन नहीं मिल पाता है. बैंकों को इसपर ध्यान देना चाहिए. बड़े-बड़े लोग कैसे लोन ले ले रहे हैं? लोन लेने के बाद वे देश छोड़ कर भाग जाते हैं. गरीब लोगों के लिए बैंको ने लंबा प्रोसेस रखा है. बैंक छोटे-छोटे लोग से कर्ज वसूली में कड़ाई करते हैं. लेकिन, जो बड़े-बड़े लोग कर्ज लेकर देश से फरार हो जाते हैं, उन पर कार्रवाई क्यों नहीं होती? बैंको को इन बातों पर ध्यान रखने की जरुरत है. क्योंकि यह देश की तरक्की का सवाल है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में विकास के लिए जो धनराशि सरकार मुहैया कराती है, उसके सही आवंटन के लिए आपको अपने तंत्र को सुदृढ़ करना होगा. साथ ही आप ऑटोनोमस है. ऊपर से नीचे तक इन चीजों को देखना होगा.

बिहार के सीएम ने आगे कहा कि हमारी सरकार प्रशासनिक गड़बड़ी होने पर तत्काल कार्रवाई करती है ताकि प्रशासन सुदृढ़ ढ़ंग से काम कर सके. अभी एक बैंक कर्मचारी की हत्या के बारे में जिक्र किया गया. उसकी पूरी तहकीकात कर ली गई है, तुरंत गिरफ्तारी होगी. कोई भी नहीं बचेगा. आपको सुरक्षित रखने में हमलोग किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतेंगे. ज्ञात हो कि इस कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया.