बागपत: उत्तर प्रदेश के बागपत में एक गन्ना किसान की मौत हो गई है. जानकारी के अनुसार किसान श्री उदयवीर गन्ना बकाया और बढ़े बिजली बिल के विरोध में क्षेत्र के किसानों के साथ पिछले 5 दिन से बड़ौत तहसील पर धरना दे रहे थे.वही दूसरी तरफ उनके साथ धरने पर बैठे दो अन्य किसानों की भी हालत बिगड़ गई है. उदयवीर की मौत के बाद धरनास्थल पर सबसे पहले आरएलडी के नेता जयंत चौधरी श्रद्धांजलि देने पहुंचे. उन्होंने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'अब किसान इस सरकार को सबक सिखाएंगे'. वैसे आप को बता दें कि धरनास्थल पर किसी भी अधिकारी के नहीं पहुंचने पर किसानों ने हंगामा किया.
बता दें कि यह किसान चीनी मिलों द्वारा बकाया का भुगतान न किए जाने का और ग्रामीण बिजली का टैरिफ बढ़ाए जाने के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. गन्ना किसान की मौत की खबर के बाद से इलाके में तनाव बन गया है. इसके साथ ही आक्रोशित किसानों ने तहसील कार्यालय पर धावा बोल दिया.
सपा प्रमुख अखिलेश बोले- सरकार का आज से काउण्टडाउन शुरू.
मामले पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा ''बड़ौत में बिजली के बढ़े दाम व गन्ने के बकाया भुगतान के विरोध में धरने पर बैठे व महोबा, हमीरपुर, बांदा में कर्ज माफ़ी के झूठे वादे के मारे किसानों की मौत, आज कामयाबी गिना रही सरकार का सच बयां कर रही है. खेती, कारोबार, उद्योग व सौहार्द को मारने वाली सरकार का आज से काउंटडाउन शुरू.'' समाजवादी पार्टी (एसपी) ने मृतक किसान के परिवार को 5 लाख रुपये देने का वादा किया है.
बड़ौत में बिजली के बढ़े दाम व गन्ने के बकाया भुगतान के विरोध में धरने पर बैठे व महोबा, हमीरपुर, बांदा में कर्ज माफ़ी के झूठे वादे के मारे किसानों की मौत, आज कामयाबी गिना रही सरकार का सच बयां कर रही है. खेती, कारोबार, उद्योग व सौहार्द को मारने वाली सरकार का आज से काउण्टडाउन शुरू.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 26, 2018
इस पुरे मामले में लापरवाही का आलम यह है कि किसान की मौत के करीब 10 घंटे बाद, रात 8 बजे परिवार ने एफआईआर दर्ज कराई जिसमें कहा गया कि सिंह की मौत ‘अप्राकृतिक कारणों’ से हुई.