अमित शाह ने बताया पलटीमार CM तो चंद्रबाबू नायडू ने दिया जवाब, कहा- कौन कह रहा है NDA का दरवाजा खोलो
अमित शाह और चन्द्रबाबू नायडू (Photo Credits: PTI/ANI)

आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू (N. Chandrababu Naidu) को ‘देश का पलटीमार मुख्यमंत्री’ करार देते हुए बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने सोमवार को कहा कि तेलुगु देशम पार्टी (TDP) प्रमुख के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं और टीडीपी को गठबंधन में कभी जगह नहीं मिलेगी. श्रीकाकुलम जिले के पलासा में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष कन्ना लक्ष्मीनारायण की राज्यव्यापी बस यात्रा का उद्घाटन करते हुए अमित शाह ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर हमला बोलते हुए कहा कि वह ‘देश के पलटीमार मुख्यमंत्री’ (यू-टर्न सीएम) के तौर पर जाने जाते हैं, क्योंकि उन्होंने हर चीज पर अनगिनत बार अपने रुख में बदलाव किया है.

अमित शाह ने कहा कि वह (1978 में) कांग्रेस विधायक चुने गए और बाद में (1983 में) टीडीपी में चले गए. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने चंद्रबाबू नायडू पर आरोप लगाया कि सत्ता सुख प्राप्त करने के लिए वह 1998 में उस वक्त एनडीए में शामिल हो गए जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने. फिर 2004 में जब बीजेपी हारी तो वह एनडीए का साथ छोड़ गए. अमित शाह ने कहा कि फिर नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता देखकर नायडू 2014 में मोदी के चरणों में गिर पड़े और एनडीए में लौट आए. यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र: सीएम देवेंद्र फडणवीस को फेसबुक पर मिली जान से मारने की धमकी, पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी

अमित शाह ने कहा कि जब नायडू को पता चला कि आंध्र प्रदेश के लोग उनके ‘भ्रष्टाचार’ और ‘कुशासन’ से काफी नाराज हैं तो वह एनडीए से बाहर चले गए और बीजेपी नेतृत्व पर निशाना साधने लगे. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के लोग आपके भ्रष्टाचार से तंग आ चुके हैं. वे आपके बेटे को आपका उत्तराधिकारी (मुख्यमंत्री) बनाने के लिए तैयार नहीं हैं. तो सिर्फ लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए आपने एनडीए छोड़ा है. अमित शाह ने कहा किअब वह कांग्रेस के साथ चले गए हैं और तेलंगाना में हालिया चुनाव भी लड़ा.

अमित शाह के इस बयान पर चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि उन्हें किसने एनडीए का दरवाजा खोलने के लिए कहा है? वह इस तरह की बातें क्यों कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि मैं उनके इस रवैये और अहंकार की पूरी तरह से निंदा करता हूं.

भाषा इनपुट