साध्वी प्रज्ञा को हिंदू आतंकवाद के नाम पर फर्जी केस लगाकर फंसाया गया था: अमित शाह
शाह ने कहा, ‘‘अभी-अभी हमने भोपाल में साध्वी प्रज्ञा का पर्चा भरवाया दिग्गी राजा के सामने। पसीने छूट गये (कांग्रेस के)। कहते हैं क्यों लड़ाया, इन पर आरोप है। क्या आरोप है… हिन्दू आतंकवाद फैलाने का आरोप।
छतरपुर (मध्यप्रदेश). भोपाल संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी एवं मालेगांव बम धमाकों की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की उम्मीदवारी का मजबूती से समर्थन करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए उनके खिलाफ फर्जी मामला बना कर आतंकवादी गतिविधियों में फंसाया गया है । इसी संसदीय क्षेत्र से प्रज्ञा का मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से है।
अलग अलग संसदीय क्षेत्रों में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस एवं दिग्विजय पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ‘‘वो कहते हैं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को क्यों जिताओ? पूरी दुनिया में आपने देश की संस्कृति को बदनाम किया। जिस हिन्दू संस्कृति ने कभी देश के बाहर किसी का नुकसान नहीं किया, उसको आपने आतंकवादी बताया। इसके सामने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का नोमिनेशन (नामांकन पत्र) हमारा सत्याग्रह है।’’ यह भी-लोकसभा चुनाव 2019: साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के रोड शो में हंगामा, काले झंडे दिखाने पर दो युवकों को पीटा, वीडियो वायरल
उन्होंने कहा, ‘‘ये दिग्विजय सिंह जिसके दिमाग में से हिन्दू आतंकवाद का आइडिया आया, एक वोट बैंक खड़ी करने के लिए आइडिया आया। मैं कहता हूं कि भोपाल की जनता तय कर के बैठी है कि आओ दो-दो हाथ हो जाये। हिन्दू आतंकवाद के मामले पर ही दो-दो हाथ जाये।’’
शाह ने कहा, ‘‘अभी-अभी हमने भोपाल में साध्वी प्रज्ञा का पर्चा भरवाया दिग्गी राजा के सामने। पसीने छूट गये (कांग्रेस के)। कहते हैं क्यों लड़ाया, इन पर आरोप है। क्या आरोप है… हिन्दू आतंकवाद फैलाने का आरोप। मित्रो, मैं आज मध्य प्रदेश की जनता को बताऊंगा कि हमारी संस्कृति एवं हमारी जनता जो अपने को काटे, वे चींटी को भी आटा खिलाने वाली जनता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हिन्दू कभी आतंकवादी हो नहीं सकता। ये फर्जी केस बनाया है कांग्रेस वालों ने।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं आज दिग्गी राजा (दिग्विजय सिंह) को पूछना चाहता हूं कि आपने कहा था कि भगवा आतंकवाद है, हिन्दू आतंकवाद है। हम तो अदालत की लड़ाई लड़े। निर्दोष छूट गये।’’
शाह ने कहा, ‘‘अब अदालत का निर्णय आ गया कि हिन्दू आतंकवाद था ही नहीं। यह षडयंत्र था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब मैं कांग्रेस वालों से पूछना चाहता हूं कि जिसने समझौता ब्लास्ट किया था, उन लोगों को आपने छोड़ दिया। इसकी जिम्मेदारी किसकी है? मित्रो, मुझे बताओ, जिन्होंने समझौता ब्लास्ट किया था, लश्कर ए-तैयबा के आतंकवादियों को छोड़ दिया। किसकी जिम्मेदारी है बताओ? मुझे खजुराहो वालो बताओ? कांग्रेस की है या नहीं है।
इस पर वहां मौजूद जनता ने एक स्वर में कहा, ‘हां’ ।
कश्मीर का जिक्र करते हुए शाह ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा देश में दो-दो प्रधानमंत्री होने वाले विवादित बयान दिये जाने के बारे में कहा, ‘‘एक देश में दो प्रधानमंत्री हो सकते हैं क्या? मैं राहुल गांधी (कांग्रेस अध्यक्ष) एवं कमलनाथ (मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री) से पूछना चाहता हूं कि क्या वे उमर अब्दुल्ला के बयान से सहमत हैं? उन्होंने पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में किये गये हवाई हमलों पर राहुल सहित कांग्रेस नेताओं द्वारा सबूत मांगने पर भी कांग्रेस की तीखी आलोचना की।