नई दिल्ली, 16 फरवरी 2021. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार (Yogi Government) पिछले कई दिनों से अपने फैसलों को लेकर चर्चा में बनी हुई है. सरकार हर वर्ग को ध्यान में रखकर काम कर रही है. इसी बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रतियोगी परीक्षाओें के लिए 'अभ्युदय योजना' को हरी झंडी दिखाई थी. जिसके तहत सूबे के अलग-अलग जगहों पर आज प्रदेश में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए 'फ्री कक्षाएं' शुरू हो गई हैं.
बता दें कि इस योजना पर बात करते हुए गोरखपुर के मंडलायुक्त जयंत नार्लीकर ने बताया कि सभी छात्रों में उत्साह है. हमारा प्रयास संख्यात्मक से अधिक गुणात्मक है. जब 8 महीने बाद परीक्षाओं के नतीजे आए तो इस मंडल से लोगों की मौजूदगी दिखे. हमारा प्रयास छात्रों को जहां कमी लगे,उसको सही समय पर पहचाना और उस चीज को पूरा करने का प्रयास करना है. यह भी पढ़ें-योगी सरकार की 'सवेरा' योजना से बजुर्गों की जिंदगी हो रही है खुशहाल, एक कॉल की दूरी पर मदद
ANI का ट्वीट-
सभी छात्रों में उत्साह है। हमारा प्रयास संख्यात्मक से ज़्यादा गुणात्मक है। जब 8 महीने बाद परीक्षाओं के नतीजे आए तो इस मंडल से लोगों की मौजूदगी दिखे। हमारा प्रयास छात्रों को जहां कमी लगे,उसको सही समय पर पहचाना और उस चीज को पूरा करने का प्रयास करना: जयंत नार्लीकर,मंडलायुक्त गोरखपुर https://t.co/RUQpTGAK9R pic.twitter.com/T98hhlJYaS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 16, 2021
उल्लेखनीय है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गई अभ्युदय योजना का सबसे बड़ा मकसद यह है कि ऐसे छात्रों को कोचिंग दी जाए जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक न होने से वे कोचिंग नहीं कर पाते हैं. इस योजना में यूपीएससी, यूपीपीएससी, नीट-जेईई सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं का समावेश है जिसके लिए फ्री कोचिंग दी जाएगी.