नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चाएं अब लगभग समाप्त होती नजर आ रही हैं. AAP सूत्रों के अनुसार, पार्टी राज्य में 50 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. इस संबंध में रविवार, 8 सितंबर को पार्टी अपनी पहली उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है. रिपोर्ट्स के अनुसार हरियाणा में कांग्रेस आम आदमी पार्टी को उनकी इच्छानुसार सीटें देने के लिए तैयार नहीं हैं, जिससे दोनों पार्टियों के बीच तनाव बढ़ रहा है. सूत्रों ने बताया कि यदि कांग्रेस आप को अधिक सीटें देने पर सहमत नहीं होती है, तो आप हरियाणा विधानसभा चुनाव में 50 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय ले सकती है.
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बता दें कि लोकसभा चुनावों में दोनों पार्टियां INDIA गठबंधन का हिस्सा थीं, लेकिन इस बार विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन को लेकर सहमति नहीं बन सकी. AAP ने हरियाणा की 10 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग की थी, जबकि कांग्रेस केवल 7 सीटें देने पर सहमत थी, जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई.
हालांकि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक में AAP के साथ गठबंधन के संभावनाओं पर चर्चा की थी. इसके बाद, हरियाणा में कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच बातचीत जारी है. बुधवार को, AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बावरिया से दिल्ली में मुलाकात की, लेकिन उसके बाद भी गठबंधन की संभावनाओं को लेकर कोई स्पष्टता नहीं हो पाई.
AAP लेगी बड़ा फैसला
AAP के सूत्रों का कहना है कि पार्टी फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका के फैसले का इंतजार कर रही है, जिससे गठबंधन को लेकर अंतिम निर्णय हो सकता है. लेकिन कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर अंदरूनी मतभेदों से जूझ रही है, जिससे गठबंधन की संभावनाएं और कमजोर हो गई हैं. आने वाले दिनों में स्थिति और साफ हो जाएगी.