नई दिल्ली: सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) को चार साल पूरे हो चुके हैं. चार साल पहले 28 सितंबर को सेना ने जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) के उरी (Uri) में हुए घातक हमले का बदला लिया था. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए कहा, चार साल पहले का यही तो वो समय था, जब देश के जांबांजों ने सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए आतंक के अड्डों को तबाह कर दिया था. लेकिन ये लोग अपने जांबाजों से ही सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे थे. सर्जिकल स्ट्राइक का भी विरोध करके, ये लोग देश के सामने अपनी मंशा, साफ कर चुके हैं.
सितंबर 2016 उरी के सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए सेना एक खास ऑपरेशन की तैयारी की थी. 27-28 सितंबर, 2016 की दरम्यानी रात को भारतीय सेना के विशेष बल के सैनिकों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) को पार करते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में प्रवेश किया और कई आतंकी लॉन्चिंग पैड नष्ट किए. यह भी पढ़ें | Surgical Strike Anniversary: जब उरी हमले का यूं जवाब दिया भारतीय जांबाजों ने पाक को!
पीएम मोदी ने विपक्ष को घेरा:
Four years ago, around this time the country's bravehearts carried out surgical strike & destroyed bases of terror. But these people (opposition) were demanding for evidence of surgical strike. By opposing surgical strike, they've cleared their intention before the country: PM pic.twitter.com/5dGoRUvAWx
— ANI (@ANI) September 29, 2020
सेना को आतंकियों के ठिकानों के बारे में पहले से ही एकदम सटीक जानकारी थी, इसलिए वो सीधे उसी जगह पहुंचे जहां आतंकी रह रहे थे. भारतीय जवान अत्याधुनिक हथियार, ग्रेनेड्स, नाइट विजन डिवाइसेज और हेलमेट माउण्टेड कैमरे से लैस थे. ऑपरेशन सुबह साढ़े 4 बजे खत्म हुआ. भारत के इस पराक्रम के सामने पाकिस्तान पस्त हो गया था.
बता दें कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद कांग्रेस समेत विपक्ष की कई राजनीतिक पार्टियों ने सर्जिकल स्ट्राइक से सबूत मांगे थे, सत्ताधारी बीजेपी ने इसे सेना का अपमान बताया था. इसके बाद सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के कुछ वीडियोज भी सामने आए थे.