बंगाली फिल्म और टीवी के 12 सितारों ने थामा बीजेपी का दामन, मुकुल रॉय व दिलीप घोष की मौजूदगी में हुए पार्टी में शामिल
पश्चिम बंगाल में सेलिब्रिटी राजनीति के जरिए बीजेपी टीएमसी को कड़ी टक्कर देने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में गुरुवार को बंगाली फिल्म और टेलीविजन के 12 सितारों में बीजेपी का दामन थाम लिया. पार्टी के नेता दिलीप घोष और मुकुल रॉय की मौजूदगी में ये सितारे पार्टी में शामिल हुए.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी टीएमसी (TMC) फिल्मी सितारों और टीवी के कलाकारों से गुलजार है. अब टीएमसी की तरह ही पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janata Party) में सेलिब्रिटीज की संख्या बढ़ने लगी है. गुरुवार को जानी मानी बंगाली अभिनेत्री परनो मित्रा समेत बंगाली फिल्म (Bangali Film) और टेलीविजन (Bengali Television) के 12 सितारों ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. बंगाल में पार्टी इकाई के प्रमुख दिलीप घोष (Dilip Ghosh), संबित पात्रा (Sambit Patra) और मुकुल रॉय (Mukul Roy) की मौजूदगी में ये सितारे बीजेपी में शामिल हुए.
पार्टी में इन सितारों का स्वागत करते हुए दिलीप घोष ने कहा कि पीएम मोदी (PM Modi) के विकास कार्यों और नेतृत्व से राज्य के लोग काफी प्रेरित और प्रभावित हुए हैं. बता दें कि टीएमसी के कई विधायक और नेता पहले ही बीजेपी का दामन थाम चुके हैं.
बंगाली फिल्म और टीवी के 12 सितारे बीजेपी में शामिल-
भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में परनो मित्रा, ऋषि कौशिक, कंचन मोइत्रा, रुपांजन मित्रा और बिश्वजीत गांगुली समेत बंगाली फिल्म और टीवी के 12 सितारों ने बीजेपी की सदस्यता ली है. दरअसल, लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही टीएमसी, सीपीआई (एम) और कांग्रेस के अलावा विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग बीजेपी से जुड़ रहे हैं. यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल: आसनसोल में फिर भिड़े बीजेपी-TMC कार्यकर्ता, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
गौरतलब है कि बीजेपी पश्चिम बंगाल में अपने पैर जमाने में लगी हुई है और पार्टी में फिल्मी व टीवी सितारों को शामिल करके टीएमसी को कड़ी टक्कर देने में जुट गई है. सेलिब्रिटी राजनीति के जरिए बीजेपी बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को करारी शिकस्त देने की तैयारी में जुट गई है. बता दें कि बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि लोकसभा चुनाव में टीएमसी को काफी नुकसान झेलना पड़ा है.