कोरोना वायरस के चंगुल में लगभग हर देश है. सभी कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए तमाम कोशिशों में जुटे हैं. लेकिन उसके बाद भी कोरोना वायरस का अब तक कोई तोड़ निकल पाया है. दुनियाभर में कोरोना वायरस हजारों की संख्या में लोगों की रोज जान ले रहा है. ऐसे में एक देश दूसरे देश की हर संभव मदद कर रहा है. इसमें भारत सबसे आगे है. इसी कड़ी में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो (Joko Widodo) से फोन पर बात की. पीएम मोदी ने कहा कि COVID-19 को लेकर हमारी चर्चा हुई. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि करीबी समुद्री पड़ोसी और व्यापक रणनीतिक साझेदार के रूप में भारत और इंडोनेशिया का सहयोग इस संकट से उत्पन्न स्वास्थ्य और आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए महत्वपूर्ण है.
बता दें कि इस वक्त पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 30 लाख पार पहुंच गई है. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, दुनिया भर में पुष्टि किए गए कोविड-19 मामलों की संख्या 30 लाख के पार हो गई है. इसमें सबसे भयावह हालत अमेरिका की है. जहां पर मरीजों की संख्या अब तक 9,88,451 के पा पहुंच गई है और 56,245 मौतें हो चुकी हैं. अमेरिका में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से मलेरिया की दवा हाईड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की मांग की थी. जिसे भारत ने समय पर वहां भेज दिया.
ANI का ट्वीट:-
Discussed #COVID19 pandemic with good friend, President Joko Widodo. As close maritime neighbours & Comprehensive Strategic Partners, close cooperation between India&Indonesia will be important to deal with the health and economic challenges posed by this crisis: PM Narendra Modi pic.twitter.com/WUEIb1YXid
— ANI (@ANI) April 28, 2020
इसके साथ ही भारत ने ब्राजील, ब्रिटेन, इस्राइल समेत कई देशों में जरूरी मेडिसिन और मलेरिया की दवा हाईड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन भेज चूका है. अन्य देश की तरह मौजूदा समय में भारत भी कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के रिपोर्ट के मुताबिक 29,435 लोग इस वायरस से पीड़ित बताए गए है, जिसमें से 21,632 लोग कोरोना पॉजिटीव हैं. 6868 लोगों को देश के विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज कर दिया गया है. देश मे मंगलवार सुबह तक मरने वालों को तादाद 934 हो गयी है.