PM Modi to Address Lok Sabha Today: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देंगे. इससे पहले, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दिया था. कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी का निशाना विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस और राहुल गांधी पर हो सकता है.
बजट को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर साधा था निशाना
वहीं बजट पेश होने के बाद राहुल गांधी ने बजट पर प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस नेता ने केंद्रीय बजट पर तंज कसते हुए कहा कि यह गोली के घाव पर बैंड-एड लगाने जैसा है.राहुल गांधी ने कहा "गोली के घाव पर बैंड-एड! वैश्विक अनिश्चितता के बीच, हमारे आर्थिक संकट को हल करने के लिए प्रतिमान बदलाव की आवश्यकता थी। लेकिन यह सरकार विचारों के मामले में दिवालिया हो चुकी है. यह भी पढ़े: बजट सत्र 2025: ‘भारत बनेगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था’, संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण,
पीएम मोदी ने बजट को भारत का विकास बताया
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए दिया गया राष्ट्रपति का अभिभाषण ‘विकसित भारत’ के निर्माण की दिशा में भारत के बढ़ते कदम को प्रतिध्वनित बताया था. प्रधानमंत्री यह भी कहा कि उनके संबोधन में एकता और दृढ़ संकल्प की भावना के साथ निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक प्रेरक रोडमैप भी शामिल हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर डाले एक नजर
दरसल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के इस तीसरे कार्यकाल में तीन गुना अधिक गति से काम हो रहा है तथा अर्थव्यवस्था को ‘पॉलिसी पैरालिसिस’ (नीतिगत पंगुता) जैसी परिस्थितियों से उबारने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति दिखाई गई है.
अभिभाषण पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर सिलसिलेवार पोस्ट में यह भी कहा कि , ‘‘संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति जी का आज का अभिभाषण विकसित भारत के निर्माण की दिशा में हमारे देश के बढ़ते कदम को प्रतिध्वनित करता है। उन्होंने सभी क्षेत्रों में पहलों पर प्रकाश डाला और साथ ही चहुंमुखी और सर्वांगीण विकास के महत्व को रेखांकित किया.’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके संबोधन में एक ऐसे भारत के दृष्टिकोण की कल्पना की गई है, जहां युवाओं को फलने-फूलने के सर्वोत्तम अवसर मिले.
(इनपुट एजेंसी)













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