प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कोरोना संकट के बीच सोमवार को गुट निरपेक्ष (NAM) देशों के वर्चुअल सम्मलेन (Non-Aligned Movement Summit) में हिस्सा लिया. यह सम्मेलन कोरोना वायरस के वैश्विक संक्रमण से फैले खतरे को लेकर आयोजित हुआ है. सम्मेलन में NAM के सदस्य देशों के बीच कोरोना से जंग में सहयोग बढ़ाने और इसका इलाज ढूंढने पर चर्चा की गई. पीएम मोदी ने कहा कि COVID-19 के रूप में यह एक विश्वयुद्ध की तरह है, लेकिन कुछ लोग आतंकवाद और अन्य घातक वायरस फैलाने में व्यस्त हैं. फेक न्यूज और फर्जी वीडियो के सहारे दो समुदायों को विभाजित करने की भी कोशिश की जा रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि इस संकट के समय में हमने दिखाया है कि एक वास्तविक जन आंदोलन बनाने के लिए लोकतंत्र, अनुशासन और निर्णायकता एक साथ कैसे आ सकते हैं. पीएम ने कहा हम अपने नागरिकों को संभालते हुए अन्य देशों की मदद कर रहे हैं. भारतीय सभ्यता पूरी दुनिया को एक परिवार के रूप में देखती है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, इस समय 'गुट-निरपेक्ष आंदोलन' वैश्विक एकजुटता को बढ़ावा देने में सहायता कर सकता है. NAM अक्सर दुनिया की नैतिक आवाज बना रहा है. इस भूमिका को बनाए रखने के लिए NAM को समावेशी रहना जरूरी है. यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर: हंदवाड़ा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, CRPF के तीन जवान शहीद- 1 आतंकी ढेर.
आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर निशाना-
Even as the world fights #COVID19, some people are busy spreading some other deadly viruses such as terrorism, fake news and doctored videos to divide communities and countries: PM Narendra Modi while addressing Non-Aligned Movement Summit through video conferencing https://t.co/tRev4wKe1K
— ANI (@ANI) May 4, 2020
पीएम मोदी ने कांफ्रेंस में दुनियाभर के उन सभी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की जिन्होंने COVID-19 के कारण अपनी जान गवाई हैं. पीएम ने कहा, आज मानवता कई दशकों में सबसे खतरनाक संकट का सामना कर रही है.
पीएम मोदी ने कहा, COVID-19 का मुकाबला करने के लिए हमने अपने आस-पड़ोस में समन्वय को बढ़ावा दिया. हमने कई देशों के साथ भारत की चिकित्सा विशेषज्ञता को साझा करने के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग शुरू की है. हमारी अपनी जरूरतों के बावजूद हमने 123 से अधिक भागीदार देशों को चिकित्सा आपूर्ति सुनिश्चित की है.