
नई दिल्ली: विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने गुरुवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास कई सेक्टरों कुपवाड़ा, बारामुला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी में भारी मोर्टार और आर्टिलरी से अकारण फायरिंग की गई. इस हमले में अब तक 16 मासूम नागरिकों की मौत हो चुकी है, जिनमें तीन महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं. व्योमिका सिंह ने कहा कि यह फायरिंग पूरी तरह उकसावे वाली थी और इसके पीछे कोई सैन्य तर्क नहीं था.
भारत ने शांति को प्राथमिकता दी, पर जवाब भी दिया
विंग कमांडर व्योमिका ने आगे बताया कि भारत ने पहले तो संयम दिखाया, लेकिन पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रही नागरिक क्षेत्रों पर गोलाबारी को देखते हुए भारतीय सेना को जवाबी कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा. उन्होंने कहा, "हम गैर-युद्धोन्मुखी नीति के पक्षधर हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम चुपचाप जान गंवाते रहेंगे."
एलओसी पर बढ़ा पाकिस्तान का दुस्साहस
#WATCH | Delhi: Wing Commander Vyomika Singh says, "Pakistan has increased the intensity of its unprovoked firing across the Line of Control using Mortars and heavy calibre Artillery in areas in Kupwara, Baramulla, Uri, Poonch, Mendhar and Rajouri sectors in Jammu and Kashmir. 16… pic.twitter.com/6ahtrYriiC
— ANI (@ANI) May 8, 2025
पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम पर भारतीय जवाब
कर्नल सोफिया कुरैशी ने इस स्थिति पर जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने आज सुबह पाकिस्तान में कई जगहों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को टारगेट किया. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई भी उसी क्षेत्र में और उतनी ही तीव्रता से की गई, जितनी पाकिस्तान की तरफ से हो रही थी.
लाहौर का एयर डिफेंस सिस्टम भी किया गया निष्क्रिय
कर्नल सोफिया ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि लाहौर में स्थित पाकिस्तान का एक प्रमुख एयर डिफेंस सिस्टम अब निष्क्रिय कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि भारत ने यह जवाब केवल अपनी सीमाओं की सुरक्षा और नागरिकों की जान की रक्षा के लिए दिया है.
नारी शक्ति की दो आवाज़ें, एक संकल्प; देश की सुरक्षा सर्वोपरि
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की संयमित लेकिन सशक्त बातों ने साफ कर दिया कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन जब बात नागरिकों की सुरक्षा की हो, तो भारत चुप नहीं बैठता.
पाकिस्तान की उकसावे वाली कार्रवाई से मासूम जानें गईं, लेकिन भारत ने ठोस और सटीक जवाब देकर एक बार फिर दिखा दिया कि वह हर हाल में अपनी सरज़मीं और नागरिकों की रक्षा करेगा और अब ये जवाब किसी पुरुष सैनिक तक सीमित नहीं, बल्कि देश की बेटियां भी उतनी ही दमदार आवाज़ में दुश्मन को चेतावनी देने के लिए तैयार हैं.