श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर को आतंकवादियों से पूरी तरह से मुक्त बनाने के लिए मोदी सरकार ने बड़ा फैसला किया है. राज्य में आतंकियों को निपटाने में महारत रखने वाले नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी) की तैनाती कर दी गई है. आपको बता दें कि एनएसजी गृह मंत्रालय के तहत एक विशेष कमांडो फोर्स है, जिसका गठन ऑपरेशन ब्लू स्टार और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद किया गया था.
यह पहली बार है जब घाटी में एनएसजी को तैनात किया गया है. टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक गृह मंत्रालय ने एनएसजी के 'ब्लैक कैट' कमांडो को श्रीनगर के बाहरी इलाको में तैनात किया हैं. इस दस्ते में 700 अधिकारी और जवान शामिल हैं. एनएसजी कमांडो जरूरत पड़ने पर आंतकवादियों के खिलाफ चलने वाले अभियानों में पुलिस और केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की मदद करेगा.
बीते काफी समय से राज्य में इन कमांडोज की तैनाती पर विचार चल रहा था, लेकिन आखिरकार अब जाकर एनएसजी को कश्मीर में भेजा गया है. एनएसजी को अब आतंकवादियों, घुसपैठियों के खिलाफ एनकाउंटर में शामिल किया जाएगा. केंद्र सरकार को उम्मीद है कि एनएसजी की वजह से वहां ऑपरेशन्स में मरने वाले आम नागरिकों की तादाद में कमी आएगी.
सरकार ने एनएसजी कमांडो को घाटी में भेजने से पहले आतंकवाद और घरेलू हिंसा जैसे हालातों से निपटने के लिए प्रशिक्षण दें चुकी है. राज्य के पूर्व डीजीपी एसपी वैद्य ने कहा था कि वह एनएसजी कमांडो की तैनाती वाले प्रस्ताव पर काम कर रहे हैं. उम्मीद है कि इस पर हमें सफलता मिलेगी. चुन-चुन कर होगा आतंकियों का सफाया, सेना ने बनाई 17 खूंखार आतंकियों की हिट लिस्ट
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस बात की ओर पहले ही इशारा कर दिया था. उन्होंने कहा था कि एनएसजी एक विशेष बल है, जिसमें बहुआयामी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा था कि एनएसजी कमांडो आतंकियों के लिए 'सुदर्शन चक्र' से कम नहीं हैं. वह हैदराबाद के इब्राहिमपटनम में एनएसजी के क्षेत्रीय परिसर का उद्घाटन कर रहे थे.
गौरतलब हो कि घाटी में आतंक के सफाएं के लिए सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ रखा है. ऑपरेशन ऑल आउट के तहत सेना ने अब तक कई शीर्ष आतंकी कमांडरों को मौत के घाट उतारा है. हाल ही में सेना ने A++ कैटेगरी के आतंकी सरगना अलताफ काचरू को मार गिराया था. काचरू बुरहान वानी का गुरू था. इस साल जनवरी से लेकर अगस्त महीने तक 121 से अधिक आतंकियों को मारा जा चूका है. जम्मू- कश्मीर: सेना की कर्रवाई से डरे कायर आतंकवादी, 24 घंटे में पुलिसकर्मियों के 9 परिजनों का किया अपहरण