शिमला: चलती कार में 'रेप' की जांच के लिए SIT गठित, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दिए न्यायिक जांच के आदेश

इस मामले में एसआईटी भी गठित कर दी गई है. डीजीपी सीताराम मरड़ी ने एसआईटी गठित करने का आदेश दिया है. इस एसआईटी की अध्यक्षता एएसपी प्रवीण ठाकुर करेंगे.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Photo Credits-ANI Twitter)

नई दिल्ली. शिमला (Shimla) में 19 वर्षीय लड़की से चलती कार में बलात्कार मामले की जांच के लिए एक आठ सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.  एसीएस गृह मनोज कुमार ने इस आदेश को जारी किया है. इसके मुताबिक, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर प्रभा राजीव मामले की जांच करेंगे. इसके साथ ही मामले में लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी में लापरवाही बरतने वाले और जिम्मेदार अधिकारियों की पहचान करने की बात भी कही गई है. न्यायिक जांच की रिपोर्ट सरकार को 24 घंटे के भीतर सौंपने को कहा गया है.

इस मामले में एसआईटी (SIT) भी गठित कर दी गई है. डीजीपी सीताराम मरड़ी ने एसआईटी गठित करने का आदेश दिया है. इस एसआईटी (SIT) की अध्यक्षता एएसपी प्रवीण ठाकुर करेंगे. इसमें ASP अभिषेक यादव, DSP योगेश जोशी, इंस्पेक्टर राजकुमार, SI रंजना, ASI दयावती, ASI रंजना और ASI राजीव कुमार भी SIT की टीम में शामिल हैं.

उधर, मामले की जांच के लिए खुद डीजीपी एसआर मरडी ने घटनास्थल का दौरा किया. एडीएम लॉ एंड ऑर्डर शिमला प्रभा राजीव को मार्क की गई मजिस्ट्रियल जांच में कहा गया है कि इस मामले में 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपें कि क्या दुष्कर्म की घटना से पहले लक्कड़ बाजार चौकी पहुंचने पर वहां सचमुच उसकी मदद नहीं की गई.

जानिए क्या है मामला?

जानकारी के अनुसार, युवती का आरोप है कि चलती कार में उसके साथ रेप किया गया है. 19 वर्षीय लड़की का आरोप है कि वह रविवार (28 अप्रैल) रात करीब दस बजे मॉल रोड से आ रही थी. ढली-भट्टाकुफर मार्ग पर एक कार रुकी और उसे गाड़ी में खींच लिया गया.

सूबे के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur)ने कहा कि पुलिस की प्रारंभिक जांच में अपराधियों के बारे में कुछ क्लू मिल गए हैं. पुलिस गंभीरता से तफ्तीश कर रही है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस के स्तर पर लापरवाही के मामले में मजिस्ट्रीयल जांच बैठाई गई है.

दुष्कर्म पीडि़ता के भी  ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने सीआरपीसी 164 के बयान दर्ज कर लिए गए हैं.

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