श्रीनगर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकी फंडिंग केस के सिलसिले में आज (8 अगस्त) जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के कई स्थानों पर छापेमारी की. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कम से कम 40 स्थानों पर तलाशी चल रही है. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक एनआईए (National Investigation Agency) की रेड डोडा (Doda), किश्तवाड़ (Kishtwar), रामबन (Ramban), अनंतनाग (Anantnag), बडगाम (Budgam), राजौरी (Rajouri), डोडा (Doda) और शोपियां (Shopian) में अभी चल रही है. जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) के सदस्य गुल मोहम्मद वार (Gul Mohammad War) के आवास पर भी छापेमारी की जा रही है. एनआईए ने जिेहादी आतंकवाद का प्रचार करने वाले बांग्लादेशी घुसपैठियों का मामला अपने हाथ में लिया
जांच से जुड़े एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि एजेंसी सीआरपीएफ के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में कई जगहों पर तलाशी कर रही है. हालांकि, अभी आधिकारिक तौर पर रेड से जुड़ी जानकारी साझा नहीं की गई है. हालांकि, एजेंसी के एक सूत्र ने कहा कि आतंकवाद रोधी जांच एजेंसी प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी के वरिष्ठ सदस्यों से जुड़े परिसरों की तलाशी ले रही है.
The raids are being conducted across J&K including Doda, Kishtwar, Ramban, Anantnag, Budgam, Rajouri, Doda, and Shopian.
The residence of a member of Jamaat-e-Islami (JeI), Gul Mohammad War is being raided.
— ANI (@ANI) August 8, 2021
करीब एक हफ्ते पहले 31 जुलाई को एनआईए ने आतंकवाद संबंधी दो मामलों के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर में 15 स्थानों पर छापेमारी की थी और लश्कर-ए-मुस्तफा (एलईएम) के एक आतंकी को गिरफ्तार किया था. छापेमारी के दौरान एनआईए ने मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, इस्तेमाल की गई गोलियों के खोखे, पथराव के दौरान इस्तेमाल किए गए प्लास्टिक फेस मास्क और हाथ से लिखी जिहादी सामग्री सहित डिजिटल उपकरण भी बरामद किए.
पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) संगठन के इशारे पर काम करने वाले एलईएम के स्वयंभू प्रमुख हिदायतुल्ला मलिक और उसके सहयोगी नजीर अहमद को फरवरी में जम्मू से गिरफ्तार किया गया था और ये दोनों शोपियां जिले के निवासी हैं.
एक बयान में कहा गया ‘‘एनआईए ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ मिलकर एलईएम से संबंधित मामले के संबंध में शोपियां, अनंतनाग और जम्मू जिलों में नौ स्थानों पर छापेमारी की. छापेमारी के बाद एक आरोपी व्यक्ति - बटिंगू (अनंतनाग) निवासी इरफान अहमद डार को गिरफ्तार किया गया.”
एनआईए ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वह अन्य गिरफ्तार आरोपियों के साथ मिलकर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश में शामिल था. यह मामला शुरू में जम्मू के गंग्याल पुलिस थाने में दर्ज किया गया था, जिसमें एलईएम द्वारा भारत की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा को खतरे में डालने के इरादे से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची गई थी.