लखनऊ: उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में बुधवार तड़के न्यू फरक्का एक्सप्रेस की पांच बोगियां इंजन समेत पटरी से उतर गईं थी. इस रेल हादसे की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दुर्घटना का शिकार हुई न्यू फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन को गलत सिग्नल दिया गया था. जिसके बाद रेलवे ने अपने दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 35 अन्य घायल हैं.
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक प्रथमदृष्टया दुर्घटना की वजह ट्रेन को गलत सिग्नल मिलना प्रतीत हो रहा है. इसलिए सिग्नल इंस्पेक्टर और इलेक्ट्रिकल सिग्नल मेंटेनर को निलंबित किया गया है. रेलवे ने यह कार्यवाई रेलवे सुरक्षा आयोग के मुख्य आयुक्त की सिफारिश के बाद की है.
उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया कि बछरावां में सिग्नल विभाग के वरिष्ठ संभागीय अभियंता विनोद कुमार शर्मा और कुंदनगंज के इलेक्ट्रिकल सिग्नल मेंटेनर अमरनाथ को निलंबित कर दिया गया है.
खबरों की मानें तो हरचंदपुर स्टेशन के असिस्टेंट स्टेशन मास्टर ने ट्रेन को वहां से जाने के लिए ग्रीन सिग्नल तो दे दिया, लेकिन प्वाइंट बदलकर पटरियां नहीं जोड़ी. जिससे ट्रेन हादसे का शिकार हो गई. इस लापरवाही के सामने आने के बाद असिस्टेंट स्टेशन मास्टर को निलंबित कर दिया गया.
बुधवार सुबह रायबरेली के हरचंदपुर रेलवे स्टेशन के पास मालदा से नई दिल्ली जा रही न्यू फरक्का एक्सप्रेस के पांच डिब्बे पलट गए थे, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से पांच लोग बिहार के हैं. ट्रेन फरक्का से चलकर रायबरेली होते हुए नई दिल्ली जा रही थी, तभी हरचंदपुर आउटर के पास गलत ट्रैक पर जाने की वजह से यह हादसा हो गया.
वहीं रेल हादसे पर रेलमंत्री पीयूष गोयल ने दुख जताया और मृतकों के परिजनों को 5 लाख, घायलों को 1 लाख व मामूली रूप से चोटिल लोगों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की.