Navreh महोत्सव में RSS सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा- कश्मीरी पंडितों की वापसी के लिए कदम उठाए सरकार

जम्मू और कश्मीर में आयोजित तीन दिवसीय नवरेह महोत्सव के समारोह के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने बुधवार को अपने संबोधन में कहा कि इस साल नवरेह समारोह के आयोजन का उद्देश्य विशेष था क्योंकि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आज इतिहास के एक महत्वपूर्ण बिंदु पर हैं.

आरएसएस सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले (Photo Credits: ANI)

जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) में आयोजित तीन दिवसीय नवरेह महोत्सव (Navreh Mahotsav) के समारोह के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले (Dattatreya Hosabale) ने बुधवार को अपने संबोधन में कहा कि इस साल नवरेह समारोह के आयोजन का उद्देश्य विशेष था क्योंकि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख (Ladakh) आज इतिहास के एक महत्वपूर्ण बिंदु पर हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर के हिंदुओं ने पिछले कई वर्षों में कठिन समय का सामना किया और वे अब एक महत्वपूर्ण बिंदु पर पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि नवरेह के तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान एक संकल्प लिया गया कि आने वाले दिनों में कश्मीर में हिंदू परिवारों को फिर से बसाया जाएगा और अगले साल नवरेह हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी. यह भी पढ़ें- RSS प्रमुख मोहन भागवत ने लोगों से की पर्यावरण संरक्षण की अपील, कहा- भारत ही कर सकता है विश्व कल्याण का काम.

दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि हमारे हिंदू भाई और बहन, जो कई वर्षों से कश्मीर में रहते हैं, उन सबों ने कई संकटों को झेला है और विकास की ओर अग्रसर हुए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को कश्मीरी पंडितों की वापसी के लिए माहौल बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए.

ANI का ट्वीट-

दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि सुरक्षा बलों ने बड़ी कुर्बानियां दी हैं, हमें उन्हें सलाम करना चाहिए. अनुच्छेद 370 और 35ए के निरस्तीकरण ने एक बार फिर स्थापित कर दिया है कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. उल्लेखनीय है कि हाल ही में दत्तात्रेय होसबोले को सर्वसम्मति से आरएसएस का नया सरकार्यवाह (महासचिव) चुना गया था. इससे पहले वे संघ के सह-सरकार्यवाह थे.

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