Nana Patole Controversial Statement: इंडी गठबंधन की सरकार आई तो कराया जाएगा राम मंदिर का शुद्धिकरण
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने राम मंदिर को लेकर एक विवादित बयान दिया है. नाना पटोले ने कहा कि हमारी सरकार आएगी तो राम मंदिर का शुद्धिकरण किया जाएगा, चारों शंकराचार्यों को बुलाकर राम मंदिर में विधिवत पूजा कराई जाएगी. मंदिर परिसर में भगवान राम का दरबार भी बनेगा.
नई दिल्ली, 10 मई : महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने राम मंदिर को लेकर एक विवादित बयान दिया है. नाना पटोले ने कहा कि हमारी सरकार आएगी तो राम मंदिर का शुद्धिकरण किया जाएगा, चारों शंकराचार्यों को बुलाकर राम मंदिर में विधिवत पूजा कराई जाएगी. मंदिर परिसर में भगवान राम का दरबार भी बनेगा.
दरअसल, नाना पटोले ने कहा कि उनकी सरकार आएगी तो राम मंदिर का शुद्धिकरण किया जाएगा. राम मंदिर को लेकर देश के सनातन धर्म के हमारे मुखिया चारों शंकराचार्य ने बार-बार कहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन की सरकार आई तो मंदिर का शुद्धिकरण निश्चित तौर पर कराया जाएगा. यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री की सुरक्षा को प्रभावित करने वाले फर्जी वीडियो प्रसारित कर रही है कांग्रेस : भाजपा
उन्होंने आगे कहा, "हमारे सनातन धर्म में अगर घर में मां-पिताजी किसी का भी देहांत होता है तो शुद्धिकरण के लिए सिर मुंडवाया जाता है. लेकिन, नरेंद्र मोदी ने वह ना करते हुए जिस तरह से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की है. उस बात का हमारे शंकराचार्यों ने भी विरोध किया है. शंकराचार्य जी की विधि के अनुसार हम वहां पर राम दरबार स्थापित करेंगे, यह हमारा संकल्प है. राम मंदिर में कार्यक्रम को लेकर अब देश की जनता ने भी मान लिया है कि उन्होंने गलत विधि के साथ वहां पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की है."
उन्होंने आगे कहा कि राम मंदिर के शुद्धिकरण की बात मैंने नहीं कही है, ये तो शंकराचार्य ने भी कहा है कि जिस विधि से नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर में जो रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की, यह विधि नहीं है. ऐसे में शंकराचार्य जैसा बोलते हैं, उसी विधि से उसे संपन्न कराया जाएगा."
वहीं, सैम पित्रोदा के बयान पर उन्होंने कहा कि विभाजन के किसी भी बयान को कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी. हमारी पार्टी से देश के लिए दो-दो शहादत हुई. इंदिरा जी और राजीव जी ने शहादत देश के लिए दी है. ऐसे में देश को बांटने का अगर कोई विचार रखता है तो उसको कबूल नहीं किया जाएगा. सैम पित्रोदा के बयान पर उनसे इस्तीफा मांगा गया और उन्होंने इस्तीफा दे दिया.