Mysuru Gangrape: मैसूरु सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता ने की आरोपी की पहचान
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay.com)

मैसूर, 4 सितम्बर: मैसूरु सामूहिक दुष्कर्म (Mysuru gang rape) पीड़िता ने उनके साथ दुष्कर्म करने वालों की तस्वीरों की पहचान कर ली है. वहीं 20 सदस्यीय एक विशेष टीम (Special Team) तमिलनाडु (TamilNadu) के तिरुपुर (Tirupur) में अपराध में शामिल सातवें आरोपी की तलाश में है. आरोपियों की तस्वीरें पीड़िता को भेजी गईं थी और उन्होंने उन सभी को पहचान लिया है. पुलिस (Police) सूत्रों ने कहा कि उसकी हालत अभी भी गंभीर है और एक अस्पताल (Hospital) में उसका इलाज चल रहा है. पुलिस उनके फिट होने और बात करने की स्थिति में आने पर उनका बयान दर्ज करने की योजना बना रही है. सूत्रों ने कहा कि सरकार (Government) और पुलिस विभाग उसकी स्थिति से अवगत हैं और बयान दर्ज करने की जल्दी में नहीं हैं. यह भी पढे: Uttar Pradesh Accident: आगरा में ट्रोला ने दादा-पोते को रौंदा, परिजनों ने सड़क जाम की

विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने सरकार की आलोचना की थी और कहा था कि पीड़िता को उनके बयान को दर्ज करने के लिए दबाव डाला जा रहा है. तिरुपुर में टीम ने आरोपी के सभी दोस्तों और रिश्तेदारों का पता लगा लिया है. पुलिस अपराध स्थल की जांच कर रही है और आरोपियों के साथ घटनाओं का क्रम तैयार कर रही है। उन्होंने आरोपी व्यक्तियों के कपड़े भी जब्त कर लिए हैं, जो उन्होंने अपराध के दिन पहने थे. पुलिस कोर्ट से रजामंदी लेकर तीन आरोपियों को अपने साथ तिरुपुर ले गई है. वे तमिलनाडु पुलिस थानों से भी आरोपियों की आपराधिक पृष्ठभूमि का ब्योरा जुटा रहे हैं. पुलिस सूत्रों ने कहा कि छठे आरोपी ने पुलिस पर चाकू से हमला करने की कोशिश की, जब उन्होंने उसे ट्रैक किया, लेकिन उसे हिरासत में ले लिया गया। वह अपने घर में अकेला रहता था और पुलिस ने मौके से हथियार और शराब की बोतलें बरामद की हैं.

आरोपियों ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि, जब उन्होंने पीड़िता और उसके पुरुष मित्र पर हमला किया, तो उन्होंने उन्हें 3 लाख रुपये की व्यवस्था करने के लिए ब्लैकमेल किया था. सूत्रों ने कहा कि जब लड़के ने अपने घर फोन किया और यह स्पष्ट हो गया कि पैसे नहीं आ रहे हैं, तो उन्होंने पीड़िता के साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया. यह भीषण घटना उस समय हुई जब पीड़िता चामुंडी पहाड़ी की तलहटी में सुनसान जगह पर अपने मित्र के साथ गई थी. आरोपियों ने पीड़ितों को मौके पर बार-बार देखा था और लक्षित हमले की योजना बनाई थी. इस घटना ने राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं. कर्नाटक पुलिस विभाग हर तरफ से भारी दबाव में आ गया था क्योंकि पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था. पुलिस अब तक छह आरोपितों को हिरासत में ले चुकी है.