मुंबई के सीप्ज इलाके में तेंदुए का खौफ, कुत्ते पर किया जानलेवा हमला, वन विभाग हुई सतर्क
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के अंधेरी ईस्ट (Andheri (East) के सीप्ज इलाके में तेंदुए (Leopard) का आतंक देखने को मिला है. तेंदुए ने दो कुत्तों पर हमला कर दिया. तेंदुआ सीप्ज के ऑपोजिट में जोगेश्वरी विक्रोली लिंक रोड (Jogeshwari Vikhroli Link Road) पर स्थित टेलिकॉम कंपनी के पास इस तेंदुआ ने कुत्ते पर हमला किया. हमले की घटना सीसीटीवी कैद हो गया. बता दें कि घटना के बाद वन विभाग को इस बात की जानकारी दे दी गई है. जिसके बाद तेंदुए की तलाश की जा रही है.
मुंबई:- देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के अंधेरी ईस्ट (Andheri (East) के सीप्ज इलाके में तेंदुए (Leopard) का आतंक देखने को मिला है. तेंदुए ने दो कुत्तों पर हमला कर दिया. तेंदुआ सीप्ज के ऑपोजिट में जोगेश्वरी विक्रोली लिंक रोड (Jogeshwari Vikhroli Link Road) पर स्थित टेलिकॉम कंपनी के पास इस तेंदुआ ने कुत्ते पर हमला किया. हमले की घटना सीसीटीवी कैद हो गया. बता दें कि घटना के बाद वन विभाग को इस बात की जानकारी दे दी गई है. जिसके बाद तेंदुए की तलाश की जा रही है. यह पहली घटना नहीं जब तेंदुआ इस तरह शहरीय इलाकों में घुस आया हो. इससे पहले ठाणे जिले के एक शॉपिंग मॉल और एक होटल में एक तेंदुआ नजर आया. हालांकि वन विभाग के अधिकारियों ने करीब छह घंटे बाद उसे पकड़ा गया था.
बता दें कि मुंबई ही नहीं महाराष्ट्र के कई इलाकों में तेंदुआ अक्सर रिहायशी इलाकों में घुस जाते हैं. कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के औरंगाबाद के रिहायशी इलाके में घुसे एक तेंदुए को आठ घंटे बाद पकड़ा गया था. दरअसल सुबह की सैर पर निकले कुछ लोगों ने तेंदुए को छह बजे के बाद सिडको एन-1 क्षेत्र में देखा और पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी. तेंदुआ क्षेत्र में घूमते हुए एक बगीचे और दो खाली मकानों में घुसा जिसके बाद उनमें से एक घर में उसे पकड़ लिया गया था. यह भी पढ़ें:- मां की गोद से बच्ची को छीनकर भागा आदमखोर तेंदुआ, अगले दिन चाय के बागान में मिले शव के टुकड़े.
वहीं चंद्रपुर जिले में जून के महीने में एक तेंदुए ने झपट्टा मारकर नौ महीने के एक बच्चे की जान ले ली. सिंदेवाही थाने के पुलिस अधिकारी शरद अवारे के मुताबिक, गदबोरी गांव में बच्चा स्वराज गुरनुले अपने घर में सो रहा था. यह हादसा तड़के लगभग तीन बजे हुआ. तेंदुआ घर में घुसा, बच्चे पर झपट्टा मारा और उसे उठाकर गांव के बाहर घने जंगल में ले गया. घर से लगभग दो किलोमीटर दूर जंगल में बच्चे के क्षत-विक्षत शव के सिर्फ कुछ टुकड़े मिले.