
मुंबई, 11 जून : मुंबई पुलिस ने पिछले दो वर्षों में अवैध रूप से भारत में रह रही 35 बांग्लादेशी महिलाओं के खिलाफ कार्रवाई की, जो मुंबई में देह व्यापार में लिप्त थीं. पुलिस ने बताया कि ये महिलाएं बिना वैध दस्तावेजों के भारत में प्रवेश कर ये काम कर रही थीं. पुलिस के अनुसार, इनमें से कई महिलाएं 20 साल से अधिक समय से मुंबई में रह रही थीं. ये महिलाएं काम की तलाश में बांग्लादेश से भारत आई थीं, लेकिन आर्थिक तंगी और अन्य कारणों के चलते देह व्यापार की ओर मुड़ गईं.
एक महिला ने बताया कि उसके परिवार में कैंसर के इलाज के लिए पैसे की जरूरत थी. घर में कोई कमाने वाला न होने के कारण वह अवैध तरीके से भारत आई और इस धंधे में उतर गई. एक अन्य महिला ने खुलासा किया कि पति के तलाक देने के बाद परिवार की जिम्मेदारी उस पर आ गई. अच्छी कमाई के लिए वह भारत आई और वैश्यावृत्ति में शामिल हो गई. पुलिस ने बताया कि कई महिलाएं 25-26 साल की उम्र में इस धंधे में आती हैं, क्योंकि उम्र बढ़ने पर कमाई कम हो जाती है. कुछ महिलाओं ने बताया कि बांग्लादेश में दूसरी महिलाओं को अच्छा पैसा कमाते देख वे भी लालच में भारत चली आईं. यह भी पढ़ें : ‘थप्पड़ कांड’ पर सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तोड़ी चुप्पी, बोले- ‘यह ओम प्रकाश राजभर की साजिश’
पुलिस के मुताबिक, इन महिलाओं को भारत आने के लिए 15-20 हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं. इसमें बॉर्डर पार कराने वाले एजेंट और फर्जी दस्तावेज बनवाने का खर्च शामिल है. मुंबई पुलिस लगातार अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. पकड़ी गई महिलाओं को कानूनी प्रक्रिया के तहत उनके देश वापस भेजने की तैयारी की जा रही है. पुलिस ने कहा कि मानव तस्करी और अवैध प्रवास को रोकने के लिए ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी. साथ ही, बॉर्डर सिक्योरिटी और फर्जी दस्तावेजों के नेटवर्क पर भी नजर रखी जा रही है.