मुंबई: कोरोना वायरस (Coronavirus) के चपेट में फंसे मुंबई (Mumbai) की परेशानी और बढ़ सकती है. मुंबई के सबसे बड़े प्राइवेट लैब पर अगले एक महीने के लिए कोरोना टेस्ट करने को लेकर रोक लगा दी गई है. ऐसे में कोरोना के हॉटस्पॉट बने मुंबई में कोरोना टेस्टिंग की स्पीड धीमी हो सकती है. लैब को चार हफ्ते तक टेस्टिंग बंद रखने का आदेश बृहनमुंहई महानगर पालिका (BMC) ने दिया है. लैब पर आरोप है कि वह रिपोर्ट देरी में देती है जिससे कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में दिक्कत होती है.
बता दें कि महाराष्ट्र (Maharashtra) इस समय देश में सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्य है. राज्य में कोरोना के सबसे अधिक केस मुंबई से सामने आ रहे हैं. मुंबई में संक्रमण का आंकड़ा 54 हजार तक पहुंच गया है. मुंबई में कोरोना से अब तक 1,952 लोगों की मौत हो चुकी है. यह भी पढ़ें- मुंबई: कोरोना संकट के चलते मुंबई में चल रही BEST की लिमिटेड बसें, लोगों को हो रही कई परेशानियां
बीएमसी ने मेट्रोपोलिस लैब (Metropolis Laboratory) पर यह रोक लगाई है. बीएमसी ने कहा, कि देरी में मिली रिपोर्ट के चलते इलाज में देरी के साथ ही कुछ मामलों में मौत भी हो सकती है. वहीं, लैब ने भी यह माना है कि उनकी ओर से रिपोर्ट्स देने में देरी हुई. हालांकि, लैब की ओर से कहा गया है कि ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि उनके कई कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ गए थे.
बीएमसी द्वारा 5 जून को जारी निर्देश के अनुसार, सभी कोरोनो वायरस के सैंपल का 24 घंटे के अंदर टेस्ट किया जाना चाहिए. पूरे मामले में लैब ने कहा कि देरी से जाने वाली रिपोर्ट्स की संख्या बहुत कम है.
बता दें मुंबई में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,540 नए मामले सामने आने के साथ ही यहां संक्रमण का आंकड़ा 53,985 पहुंच गया. बीएमसी के बयान के मुताबिक इस महामारी से 97 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 1,952 हो गई है. बीएमसी के मुताबिक मुंबई में वर्तमान में 27,824 लोगों का इलाज चल रहा है. अब तक मुंबई में 24,209 मरीज बीमारी से ठीक हो चुके हैं.
वहीं बात पूरे राज्य की करें तो गुरुवार को महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के सबसे अधिक 3,607 नए मामले सामने आने के बाद मामलों की संख्या 97,648 हो गई. इस महामारी से 152 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 3,590 पहुंच गई.