मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के आरे कॉलोनी में हजारों पेड़ों की कटाई का विरोध करने वाले 29 पर्यावरण प्रेमियों को जमानत मिल गई है. मुंबई पुलिस ने शनिवार को छह महिलाओं सहित 29 लोगों को सरकारी कामकाज में बाधा डालने के लिए गिरफ्तार किया था. उधर, रविवार को छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पेड़ों के काटे जाने के खिलाफ याचिका दायर की है.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक आरे से सरकारी अधिकारियों को उनके कर्तव्यों के पालन में बाधा डालने के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किए गए 29 प्रदर्शनकारियों को जमानत दी गई है. दरअसल इलाके में एक प्रस्तावित ‘मेट्रो ट्रेन शेड’ बनाने के लिए पेड़ों की कटाई की जा रही है. प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने शनिवार को आरे कॉलोनी और उसके आसपास के इलाकों में सुबह से ही धारा 144 लगा दी थी.
पुलिस ने बताया कि आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत अब तक करीब 40 प्रदर्शनकारियों पर मामला दर्ज किया गया है. जबकि कम-से-कम 60 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
Mumbai's #AareyForest matter: Bail has been granted to the 29 protesters who were arrested from Aarey, under various sections of the Indian Penal Code for disturbing public order & obstructing govt officials from performing their duties.
— ANI (@ANI) October 6, 2019
बॉम्बे हाईकोर्ट ने शुक्रवार को मुंबई महानगरपालिका के वृक्ष प्राधिकरण के पेड़ों को काटने की अनुमति देने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया था. जिसके बाद मुंबई मेट्रो रेल कोरपोरेशन लिमिटेड (एमएमआरसीएल) ने देर रात विरोध के बावजूद पेड़ काटने का काम शुरू कर दिया.
इस बीच, हरित कार्यकर्ताओं को लगातार दूसरी बार शनिवार को झटका लगा जब बॉम्बे हाईकोर्ट ने कार शेड के लिए मुंबई के प्रमुख हरित क्षेत्र आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. बता दें कि पिछले कुछ समय से मुंबईवासी आरे जंगल को काटे जाने के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जहां 2700 पेड़ों को काटकर मेट्रो कार शेड परियोजना बनाने का प्रस्ताव है.