मुंबई पुलिस ने एक 28 साल के व्यक्ति को अपनी पत्नी को आत्महत्या करने के लिए उकसाने के इलजाम में अरेस्ट किया है. साकीनाका के रहने वाले सोकलाराम पुरोहित की पत्नी ने अपनी घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुरोहित पत्नी की लाश को गाड़ी में डालकर 10 घंटो तक घूमता रहा. अंत में वह सरकारी हॉस्पिटल पहुंचा. घटना 6 जून की है. पुलिस ने पुरोहित को आत्महत्या करने के लिए उकसाने के जुर्म में अरेस्ट किया और अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 6 जून की रात 1.30 बजे जब सोकलाराम अपने साकीनाका स्थित घर पहुंचा तो उसने देखा की उसकी पत्नी मणिबेन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. इस मंजर को देख सोकलाराम घबरा गया और उसने अपनी पत्नी की लाश को गाड़ी में डाला और करीब के हॉस्पिटल में ले गया. हॉस्पिटल के डोक्टरों ने उसे मृत्य घोषित कर दिया.
वह यहीं नहीं रुका, उसने अपनी पत्नी की बॉडी को फिर कार में डाला और दूसरे हॉस्पिटल में ले गया. वहां भी डोक्टरों ने मणिबेन को मृत घोषित किया. जिसके बाद वह वहां से भी अपने पत्नी के मृत शरीर को लेकर घर पहुंचा. घर जाकर उसने यह फैसला किया की वह अपनी पत्नी के शव को लेकर अपने समाज के हॉस्पिटल बोरीवली जाएगा. इस दौरान उसने अपनी पत्नी के भाई से बात की जिसने उसे सरकारी हॉस्पिटल जाने की सलाह दी. जिसके बाद वह कांदिवली के शताब्दी हॉस्पिटल पहुंचा.
इस बीच पुलिस ने आकस्मिक मौत की रिपोर्ट दर्ज की और मामले की जांच में जुट गई. पुलिस ने पुरोहित से कड़ी पूछताछ की. उन्होंने उससे पूछा कि उसने साकीनाका पुलिस को क्यों सूचित नहीं किया, जिसपर उसने कहा कि वह पहले अपने समाज के हॉस्पिटल में अपनी पत्नी को ले जाना चाहता था. बाद में पुलिस को पता चला कि सोकलाराम और उसकी पत्नी के बीच संतान नहीं होने की वजह से हमेशा झगड़े होते थे. पुलिस ने सेक्शन 306 के तहत मामला दर्ज कर लिया और सोकलाराम को अरेस्ट किया.