कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को बुधवार, 6 नवंबर को लोकायुक्त पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है. यह समन एक कथित घोटाले से संबंधित है जिसमें मैसूर अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MUDA) के तहत जमीन के लेन-देन में अनियमितताओं का आरोप है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मीडिया से बातचीत में इस बात की पुष्टि की, "हां, मैसूर लोकायुक्त की तरफ से MUDA से जुड़े मामले में नोटिस मिला है. मैं 6 नवंबर को मैसूर लोकायुक्त के सामने पेश होऊंगा."
क्या है MUDA घोटाला?
यह मामला मैसूर अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी से जुड़े कथित घोटाले का है, जिसमें आरोप है कि कुछ प्रॉपर्टी के लेन-देन में नियमों का उल्लंघन किया गया. आरोपों के अनुसार, सिद्धारमैया के परिवार के कुछ सदस्य और निकट सहयोगी भी इस लेन-देन में शामिल रहे हैं.
घोटाले में शामिल परिवार के सदस्य
लोकायुक्त पुलिस की एफआईआर में सिद्धारमैया की पत्नी पार्वथी बी एम, साले मल्लिकार्जुन स्वामी, और एक अन्य व्यक्ति देवराजू का भी नाम शामिल है. देवराजू ने जमीन को मल्लिकार्जुन स्वामी को बेचा था, और फिर इस जमीन को पार्वथी को उपहार के रूप में दिया गया था.
लोकायुक्त पुलिस ने पहले 25 अक्टूबर को पार्वथी बी एम से पूछताछ की थी. इसके बाद, अब सिद्धारमैया को समन भेजा गया है ताकि उनसे इस जमीन के लेन-देन के बारे में जानकारी ली जा सके. लोकायुक्त के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्हें बुधवार की सुबह पेश होने के लिए कहा गया है.
मुख्यमंत्री के परिवार से जुड़े इस मामले ने कर्नाटक में राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है. विपक्षी दलों ने इस मामले को लेकर सरकार की आलोचना की है, और इसे राज्य में भ्रष्टाचार के गंभीर उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया है.