नई दिल्ली: देशभर में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सक्रीय होने के साथ ही झमाझम बारिश का दौर भी चल पड़ा है. बारिश से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं किसानों के चेहरे भी खिल गये हैं. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार अगले तीन दिनों तक कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा अपडेट के मुताबिक आने वाले समय में असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा को बारिश से राहत मिलने की संभावना है. जिस वजह से असम में लोगों को बाढ़ से राहत मिल सकती है. बारिश के कहर से असम में कई गांव डूब गए है और 109 की मौत हो चुकी है.
Rainfall Forecast and Warning Dated 18.07.2019 pic.twitter.com/AQP8DUEoy4
— India Met. Dept. (@Indiametdept) July 18, 2019
मौसम विभाग की चेतावनी (कुछेक जगहों पर)-
19 जुलाई-
भारी से बहुत भारी वर्षा- केरल, कर्नाटक, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, पुदुचेरी
भारी वर्षा- विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कोंकण, गोवा, तेलंगाना और उत्तर आंतरिक कर्नाटक
20 जुलाई-
भारी से बहुत भारी वर्षा- उत्तकेरल, कर्नाटक, लक्षद्वीप
भारी वर्षा- विदर्भ, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तमिलनाडु और पुदुचेरी
21 जुलाई-
भारी से बहुत भारी वर्षा- केरल, कर्नाटका
भारी वर्षा- हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठावाड़ा, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, पुदुचेरी.
गौरतलब हो कि करीब हफ्तेभर की देरी से मानसून ने देश में दस्तक दी थी. शुरुआत में मानसून की रफ़्तार थम सी गई थी. केरल में मानसून पहुंचने के बाद कछुए की गति से आगे बढ़ रहा था. इस साल 7 जुलाई तक मानसून में औसतन 21 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है. वहीं देश के 91 प्रमुख जलाशयों में से 62 जलाशयों में पानी का स्तर 80 फीसदी या सामान्य भंडारण से नीचे है. देश में बारिश का मौसम एक जून से शुरू होकर 30 सितंबर तक चलता है.