प्रयागराज, 19 अक्टूबर : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की प्रयागराज की टीम ने शनिवार को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में कार्रवाई की. ईडी की टीम ने पूर्व विधायक विजय मिश्र और अन्य से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 14.39 करोड़ रुपये की चार अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बयान में बताया कि ये संपत्ति यूपी की पूर्व एमएलसी राम लली मिश्रा की है. कुर्क की गई अचल संपत्तियां आवासीय और कृषि से जुड़ी हुई हैं, जो प्रयागराज, दिल्ली और रीवा (मध्य प्रदेश) में स्थित हैं. यह भी पढ़ें : उत्तर प्रदेश: योगी ने उपचुनाव में जीत के लिए मंत्रियों और पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपीं
ईडी ने कहा कि टीम ने विजय मिश्र और अन्य से संबंधित धन शोधन के एक मामले में पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत राम लली मिश्रा, भोलानाथ शुक्ला और चंदन तिवारी के मेसर्स वीएसपी स्टारर रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व वाली 12.54 करोड़ रुपये की चार अचल संपत्तियों और वीरेंद्र राम मूरत तिवारी के स्वामित्व वाली 1.85 करोड़ रुपये की जमा (एफडी) के रूप में एक चल संपत्ति शामिल है. लगभग 14.39 करोड़ रुपये की कीमत की संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया गया है.
इसी साल फरवरी में ईडी की टीम ने मनी लांड्रिंग केस के तहत विजय मिश्र की 11.07 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच किया था. ये संपत्ति दिल्ली में स्थित है. बता दें कि विजय मिश्र यूपी की ज्ञानपुर विधानसभा से पूर्व विधायक रहे हैं. ज्ञानपुर सीट से वे समाजवादी पार्टी के टिकट पर साल 2002, 2007 और 2012 में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर चुके हैं. साल 2017 में सपा ने उनका टिकट काट दिया था, इसके बावजूद वह यहां से चुनाव जीतने में कामयाब रहे.