QR Code Saved Child's Life: तकनीक का कमाल! QR कोड से मिला गुमशुदा बच्चा, मुंबई पुलिस की सूझबूझ से बची जान

मुंबई की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में एक 12 साल के बच्चे के गुम हो जाने की कहानी ने सबको चिंता में डाल दिया था. लेकिन तकनीक के कमाल और पुलिस की तत्परता से यह कहानी सुखद अंत तक पहुंची.

वर्ली से गुम हुआ यह बच्चा, जो मानसिक रूप से थोड़ा कमज़ोर था, किसी तरह दक्षिण मुंबई के कोलाबा पहुंच गया. वहाँ कुछ लोगों ने उसे अकेला देखकर उसकी मदद की. लेकिन बच्चा अपने बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं दे पा रहा था.

तभी एक पुलिसकर्मी की नज़र बच्चे के गले में पड़े एक खास पेंडेंट पर पड़ी. इस पेंडेंट में एक QR कोड था. पुलिसकर्मी ने तुरंत अपने मोबाइल से QR कोड को स्कैन किया और बच्चे के परिवार का संपर्क नंबर मिल गया. इस तरह बच्चा सकुशल अपने परिवार से मिल पाया.

यह पेंडेंट 'प्रोजेक्ट चेतना' नामक एक पहल का हिस्सा था, जिसके तहत मानसिक रूप से कमज़ोर बच्चों को ऐसे पेंडेंट पहनाए जाते हैं ताकि गुम हो जाने पर उनकी पहचान हो सके और उन्हें उनके परिवार से मिलाया जा सके.

लड़के की बहन बताया कि  परिवार को बाद में पता चला कि वह वर्ली से बेस्ट बस में चढ़ गया है. हमें नहीं पता कि बाद में क्या हुआ, लेकिन वह किसी तरह दक्षिण मुंबई पहुंच गया, जिन लोगों ने उसे अकेले देखा उन्होंने उससे पूछा कि वह कहां से आया है, लेकिन वह डिटेल देने की स्थिति में नहीं था क्योंकि वह 50% मानसिक रूप से विकलांग है. लड़का कोलाबा पहुंच गया था और एक पुलिसकर्मी द्वारा क्यूआर कोड स्कैन करने और उसके परिवार के फोन नंबर मिलने के बाद वह अपने परिवार से मिल गया.