Misha Agrawal Suicide: 24 अप्रैल 2025 को 24 वर्षीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मीशा अग्रवाल (Misha Agrawal) ने दुनिया को अलविदा कह दिया. वह अपनी 25वीं सालगिरह से ठीक पहले इस दुनिया से चली गईं. उनके परिवार ने उनकी मौत की पुष्टि उनके इंस्टाग्राम अकाउंट के ज़रिए की और अब ये भी बताया है कि मीशा ने आत्महत्या की, क्योंकि वह अपने करियर और सोशल मीडिया फॉलोअर्स को लेकर गहरे तनाव में थीं.
इंस्टाग्राम बना मौत की वजह
परिवार के अनुसार, मीशा ने अपनी पूरी दुनिया इंस्टाग्राम और फॉलोअर्स के इर्द-गिर्द बुन ली थी. उनका एक ही सपना था 1 मिलियन फॉलोअर्स तक पहुंचना. इतना ही नहीं, उन्होंने अपने मोबाइल के लॉक स्क्रीन पर भी यही लक्ष्य सेट कर रखा था. लेकिन जब उनके फॉलोअर्स कम होने लगे, तो उन्होंने खुद को असफल और बेकार महसूस करना शुरू कर दिया.
मेरे फॉलोअर्स कम हो रहे हैं, मेरा करियर खत्म हो जाएगा
मीशा के परिवार ने बताया कि अप्रैल के महीने में वह लगातार उदास रहने लगी थीं. वह कई बार अपने जीजा को गले लगाकर रोती थीं और कहती थीं, "मेरे फॉलोअर्स कम हो रहे हैं, अब मैं क्या करूंगी?" उन्हें लगने लगा था कि उनका पूरा करियर सोशल मीडिया पर टिका है और अगर वहां गिरावट आई तो उनका भविष्य भी खत्म हो जाएगा.
फॉलोअर्स की चाह ने ली मीशा अग्रवाल की जान
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परिवार ने जताई उम्मीद, लेकिन मीशा नहीं मान पाईं
परिजनों ने उन्हें बार-बार समझाने की कोशिश की कि इंस्टाग्राम जिंदगी का बस एक हिस्सा है, सब कुछ नहीं. उन्होंने मीशा को याद दिलाया कि उनके पास LLB की डिग्री है, और वह PCSJ (सिविल जज) की तैयारी कर रही थीं. लेकिन मीशा इतनी ज़्यादा मानसिक रूप से उलझ गई थीं कि वह इस सच को स्वीकार नहीं कर पाईं.
"सोशल मीडिया का दबाव असली हो सकता है"
मीशा की मौत ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सोशल मीडिया की चमक के पीछे छिपा दबाव और मानसिक स्वास्थ्य का संकट कितना गंभीर है. हर लाइक, हर फॉलोअर, हर व्यू आज के युवाओं के आत्म-मूल्य का पैमाना बनता जा रहा है और यही चीज कई बार उन्हें अकेलेपन और अवसाद की ओर ले जाती है.
परिवार का भावुक संदेश
मीशा के इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा किए गए एक भावुक बयान में लिखा गया: "हम भारी मन से मीशा अग्रवाल की मौत की खबर साझा कर रहे हैं. आप सभी ने उन्हें और उनके काम को जो प्यार दिया, उसके लिए शुक्रिया. हम इस दुख को शब्दों में बयां नहीं कर सकते. कृपया उसे अपनी दुआओं में याद रखें और उसकी आत्मा को शांति दें."
मीशा की मौत केवल एक दुखद घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है. सोशल मीडिया एक माध्यम है, जीवन नहीं. आत्मसम्मान केवल स्क्रीन के नंबरों से नहीं बनता, बल्कि उस इंसानियत और आत्मबल से बनता है जो हमारे भीतर है.
डिस्क्लेमर: अगर आप या आपका कोई प्रिय व्यक्ति मानसिक तनाव से गुजर रहा है, तो मदद लेना न भूलें. आत्महत्या रोकथाम और मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन नंबर: टेली मानस (स्वास्थ्य मंत्रालय) – 14416 या 1800 891 4416; निमहंस – + 91 80 26995000 /5100 /5200 /5300 /5400; पीक माइंड – 080-456 87786; वंद्रेवाला फाउंडेशन – 9999 666 555; अर्पिता आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन – 080-23655557; आईकॉल – 022-25521111 और 9152987821; सीओओजे मानसिक स्वास्थ्य फाउंडेशन (सीओओजे) – 0832-2252525.













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