नई दिल्ली: मिलेट्स आज दुनियाभर में लोगों के लिए पसंदीदा विकल्प बन रहे हैं. मिलेट्स वो सेहतमंद अनाज हैं जिसकी आज देश ही नहीं दुनिया भर में चर्चा है. 2023 में भारत ने पूरी दुनिया को मिलेट्स का स्वाद चखाया और इसके अनगिनत फायदों के बारे में भी बताया. पूरी दुनिया ने साल 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स के रूप में मनाया. साल 2023 वास्तव में मोटे अनाजों (Millets) के लिए विशेष रहा है. भारत के प्रस्ताव पर 72 देशों के समर्थन के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ ने साल 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष घोषित किया. मिलेट्स में भारत का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है. What is Disease X: दुनिया में तबाही मचाएगी नई महामारी, कोरोना से 20 गुना खतरनाक होगी डिजीज एक्स; हो सकती हैं 5 करोड़ मौतें.
भारत मिलेट्स को दुनियाभर में पहुंचाने का जिम्मा उठा चुका है. मिलेट्स की खेती और इसकी खपत बढ़ाने के लिए भारत सरकार ने कई कदम उठाए हैं. साल 2023 में जो बाइडेन से लेकर दुनियाभर के राष्ट्राध्यक्षों ने मोटे अनाज का स्वाद चखा. देश-विदेश के मेहमान भारत की प्राचीन खाद्य परंपरा और खाद्य संस्कृति का हिस्सा बने. अतिथियों के भोजन के मेन्यू में रागी, बाजरा और ज्वार जैसे मोटे अनाजों को परोसा गया. विदेशी मेहमानों को मिलेट्स की कुकीज, केक, खीर, इडली, सूप, कोफ्ता जैसी डिशेज परोसी गई.
दुनिया ने जानें मोटे अनाज के फायदे
Next Gen Bharat EP 2: Millets become the world's superfood in 2023 by India’s efforts #NextGenBharat #IndianMillets #PMModi
(Source: DD’s NextGen Bharat Show) pic.twitter.com/ZcEhABFAPO
— ANI (@ANI) January 19, 2024
सेहत का खजाना हैं भारत के पास
मोटे अनाज को लंबे समय तक नजरअंदाज किया गया. खुद भारतीय भी इस सुपरफूड से दूर जाने लगे थे लेकिन अब पूरे दुनिया मिलेट्स की जरूरत को समझ चुकी है. भारत सरकार ने इस क्षेत्र में अपने प्रयासों से क्रांति ला दी है. भारत सरकार लगातार कई तरीकों से मिलेट्स को वैश्विक पटल पर मिलेट्स को प्रमोट कर रही है. मिलेट के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट घोषित किया गया. भारत की तरफ से की गई इस पहल के कारण दुनिया का ध्यान इस अनाज की ओर गया है.
भारत में इसको लेकर कई तरह की तैयारियां चल रही हैं. केंद्र और राज्य सरकारें किसानों को मोटे अनाज उगाने के लिए प्रेरित कर रही हैं. लोगों की थाली तक इन मिलेट्स को पहुंचाने के लिए भी कोशिश तेज है.
मिलेट्स में मोटे और छोटे दानों वाले अनाज शामिल होते हैं. प्रमुख मोटे अनाजों में ज्वार, बाजरा और रागी का नाम आता है, तो वहीं छोटे अनाजों में कोदो, कुटकी, कांगनी और सांवा शामिल हैं. मोटे अनाज पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं. ये सभी कैल्शियम, आयरन, फाइबर समेत ढेरों पोषक तत्वों के बढ़िया सोर्स हैं.