नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर हमला बोल दिया, जिसमें अधिकारी सहित 20 भारतीय जवान शहीद हो गए. इस हिसंक झड़प के बाद चीन की गुस्ताखी का माकूल जवाब देने के लिए वायुसेना मुस्तैद हो गई है. इसी के तहत लेह और लद्दाख में वायुसेना की गतिविधियां बढ़ी नजर आ रही है. एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया (RKS Bhadauria) ने लेह और श्रीनगर एयरबेस का दौरा कर तैयारियों की समीक्षा की है.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने लेह, लद्दाख में भारतीय सेना के उड़ते हुए हेलिकॉप्टर और फाइटर जेट की तस्वीरें साझा की है. बताया जा रहा है कि चीन के साथ तनाव को देखते हुए एयरबेस पर वायुसेना ने अपने लड़ाकू विमानों को भेजा है. उधर, दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए कई बार बातचीत हो चुकी है. कोविड-19 के कारण विश्व का ध्यान भटका है, जिसका फायदा चीन उठाना चाहता है: अमेरिकी अधिकारी
Military chopper and fighter jet activity seen in Leh, Ladakh pic.twitter.com/1OoeEIPgrw
— ANI (@ANI) June 19, 2020
लेह-लद्दाख दोनों एयरबेस किसी भी सैन्य ऑपरेशन के लिए बेहद अहम माने जाते है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वायुसेना ने अपने महत्वपूर्ण सीमावर्ती लड़ाकू विमान मिराज-2000 (Mirage 2000) को भी भेजा है. देश की उत्तरी सीमाओं में किसी भी अप्रिय स्थिति को संभालने के लिए Su-30 भी तैयार रखा गया है. India-China Face-Off in Ladakh: भारतीय सेना के 10 जवानों के अगवा करने की खबरों के बीच चीन ने कहा- हमने नहीं पकड़ा भारत का एक भी जवान
उल्लेखनीय है कि सोमवार रात को पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में एलएसी पर चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर हमला बोल दिया, जिसमें अधिकारी सहित 20 भारतीय जवान शहीद हो गए. इस हिसंक झड़प में बड़ी संख्या में चीनी सैनिक भी हताहत हुए है. हालांकि चीन इस बात को छिपा रहा है.