नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (28 जून) को अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann Ki Baat) में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से संबंधित कई अहम बातों पर चर्चा की. कोविड-19 को मानव जाति पर संकट बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अब लोग यह चाहते हैं कि यह साल जल्द से जल्द बीत जाए. देश के अन्ग्रिकों का हौसल बढ़ाते हुए उन्होंने आगे कहा कि मुश्किलें आती हैं संकट आते हैं लेकिन सवाल यही है कि क्या इन आपदाओं की वजह से हमें साल 2020 को खराब मान लेना चाहिए? ऐसा बिलकुल नहीं होना चाहिए. एक साल में एक चुनौती आए या पचास चुनौतियां. नंबर कम ज्यादा हो जाने से वो साल खराब नहीं हो जाता है. हमें कोरोना को हराना है और अर्थव्यवस्था को बनाना.
देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने चीन से सटी सीमा पर शहीद हुए वीर सपूतों के जज्बे को याद किया और कहा “लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हुए हैं उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है. पूरा देश उनका कृतज्ञ है, उनके सामने नतमस्तक है. अपने वीर-सपूतों के बलिदान पर उनके परिजनों में जो गर्व की भावना है देश के लिए जो जज़्बा है, यही तो देश की ताकत है.” भारत चीन तनाव पर शरद पवार बोले- 1962 याद रखें, राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति ठीक नहीं
चीन को कड़ा संदेश देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे वीर जवानों ने लद्दाख में आंख उठाने वालों को करारा जवाब दिया है. भारत मित्रता निभाना जानता है तो माकूल जवाब देना भी जनता है. उन्होंने कहा कि दुनिया ने हाल के दिनों में देखा है कि हम अपनी सीमाओं की रक्षा में सक्षम हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऐसे समय में जबकि पूरी दुनिया कोरोनावायरस के खिलाफ जंग लड़ रही है, भारत ने अपने सामने आई चुनौतियों को मौके और सफलता में बदला है. मन की बात 2.0’ की 13वीं कड़ी में पीएम मोदी का पूरा संबोधन पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.