मुंबई: पालघर मॉब लिंचिंग (Palghar Mob lynching) मामले में पुलिस ने 5 और आरोपी को गिरफ्तार किया है. इन सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किए जाने के बाद सभी को 31 मई तक सीआईडी (CID) हिरासत में भेज दिया गया है. आगे इन आरोपियों से सीआईडी के अधिकारी पूछताछ करने वाले हैं कि गांव के लोगों के साथ ये लोग इनके गांव के पास से गुजरने वाले दो साधू समेत उनके ड्राइवर को सिर्फ शक के आधार पर चोर समझ कर पीट- पीटकर मार डाला था या इसके पीछे कोई साजिश हैं.
वहीं इस हत्या मामले में पहले गिरफ्तार 100 आरोपियों को गुरुवार को महाराष्ट्र के पालघर जिले के दहानू की एक अदालत में पेश किया गया. कोर्ट ने सभी आरोपियों को 13 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. इन सभी आरोपियों पर आरोप है कि 16 अप्रैल की रात जब मुंबई से गुजरात के सूरत में एक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कार से जा रहे थे, जब एक पुलिस टीम की मौजूदगी में गढचिंचले गांव में भीड़ ने उन पर हमला किया और उनकी हत्या कर दी गई. यह भी पढ़े: पालघर मॉब लिंचिंग मामला: राज्य सरकार की बड़ी कार्रवाई, 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड- 35 का किया जा चुका है ट्रांसफर
Maharashtra: The five people, who were arrested in connection with the Palghar lynching case, have been remanded to the custody of the Crime Investigation Department (CID) till May 13. https://t.co/VorvqGE26p
— ANI (@ANI) May 1, 2020
बता दें कि गुरुवार की रात हिन्दू संत सुशील गिरी महाराज (35), महाराज कल्पवृक्ष गिरि (70) और ड्राइवर नीलेश तेलगड़े (30) को भीड़ ने मार डाला था, जब वे मुंबई में अपने गुरु महंत राम गिरी महाराज के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे थे. इस घटना के बाद राज्य सरकार पर बढ़ते दवाब के बाद मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी गई है. और इस हत्या कांड की जांच की जिम्मेदारी एडीजी सीआईडी क्राइम अतुल चंद्र कुलकर्णी को सौंपी है. वहीं इस मामले में यह घटना जिस पुलिस स्टेशन के हट में हुई थी. महाराष्ट्र पुलिस ने उस पुलिस स्टेशन के 35 पुलिस वालों का वहां से ट्रांसफर कर दिया है.