हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक दशक पुराने वीडियो में एक परेशान करने वाला दृश्य दिखाया गया है. एक बाघ हाथी की पीठ पर बंधा हुआ है और दो आदमी उसके कान मरोड़ रहे हैं. इस घटना ने सोशल मीडिया यूजर्स और पशु अधिकार कार्यकर्ताओं के बीच फिर से आक्रोश पैदा कर दिया है. फुटेज में हाथी दर्शकों से घिरा हुआ एक भीड़ भरी सड़क पर धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. कुछ राहगीरों को बाघ के पैरों को खींचते हुए देखा जा सकता है, जिससे जानवर की परेशानी और बढ़ जाती है. वीडियो को हाल ही में गुरु नामक एक यूजर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया था, जिसके 14,000 से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स हैं. पोस्ट में ग़लत दावा किया गया कि यह घटना बिहार में हुई थी, जिसमें कहा गया: "यह बिहार है, मेरे दोस्त! यहां, उड़ते हुए पक्षी पर भी हल्दी छिड़की जाती है! ऐसे अद्भुत नज़ारे सिर्फ़ बिहार में ही देखे जा सकते हैं!" यह भी पढ़ें: Viral Video: शादी कराते समय पंडित जी को आया गुस्सा, मेहमानों पर फेंकी फूलों की थाली, दूल्हा-दुल्हन हुए हैरान
हालांकि, फैक्ट चेक से पता चला कि यह घटना वास्तव में जनवरी 2011 में उत्तराखंड के नैनीताल में हुई थी. कथित तौर पर यह बाघ नरभक्षी था जिसे बाद में वन अधिकारियों ने मार दिया था. रिपोर्ट के अनुसार, इस बड़ी बिल्ली को मारने के लिए सात हाथियों और 32 राउंड गोला-बारूद का इस्तेमाल करने वाली एक टीम की ज़रूरत पड़ी.
नरभक्षी बाघ को हाथी की पीठ से बांधकर घुमाने का वीडियो वायरल:
इ बिहार है बाबू यहां उड़ती चिड़िया को भी हल्दी लगा देते हैं!
ऐसे अदभुद नजारे बिहार में ही देखने को मिल सकते है!😂 pic.twitter.com/Y91mivfpwS
— गुरु (@guru_ji_ayodhya) December 24, 2024
इस फुटेज को फिर से सामने आने के बाद कई लोगों ने कड़ी आलोचना की है, जिसमें टेलीविजन अभिनेत्री कविता कौशिक भी शामिल हैं, जिन्होंने बाघ के साथ किए गए व्यवहार की निंदा की है. उन्होंने लिखा, "क्रूरता से परे, वास्तव में दुष्ट! और क्या यह कम से कम कहने के लिए अवैध नहीं है?" उन्होंने अपने पोस्ट में PETA इंडिया, PETA और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए उनसे जानवरों को मानवीय क्रूरता से बचाने के लिए कार्रवाई करने का आग्रह किया.
Beyond cruel, Evil actually! And isn't this illegal to say the least? @PetaIndia @peta @narendramodi Pls help 🙏 save these animals from these humans https://t.co/ZlECCfA03W
— Kavita Kaushik (@Iamkavitak) December 25, 2024
भारतीय वन सेवा अधिकारी परवीन कासवान ने वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यह 2011 का एक पुराना वीडियो है, जो उत्तराखंड के रामनगर में लिया गया था. बाघ ने छह लोगों को मार डाला था और बाद में अधिकारियों ने उसका शिकार किया था. उसे हाथी पर ले जाया गया था, संभवतः इसलिए क्योंकि वाहन उस स्थान तक नहीं पहुँच सकते थे."
It’s an old video of 2011 from Ramnagar of Uttrakhand. The tiger killed 6 people and later hunted down by authorities. It was transported on elephant, maybe vehicles were not able to go to the place. https://t.co/vstI5vD2qy
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) December 26, 2024
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