मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में लगातार कोरोना संक्रमण के मामलें बढ़ रहे है. इस बीच राज्य के पहले प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) से गुजरने वाले कोविड-19 संक्रमित मरीज की मौत हो गई है. बीते बुधवार को मुंबई के लीलावती अस्पताल (Lilavati Hospital) में 53 वर्षीय मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
मिली जानकारी के मुताबिक 19 अप्रैल को कोरोनो वायरस संक्रमण की पुष्टी होने के बाद 20 अप्रैल को मरीज को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन समय बीतने के साथ उसकी हालत बिगड़ती गई. जिसके बाद 25 अप्रैल को प्लाज्मा थेरेपी की गई. अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार मरीज ने गले में खराश, सूखी खांसी और बुखार जैसे लक्षण होने के बावजूद उपचार में देरी की थी.
लीलावती अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डॉ रविशंकर (Dr Ravishankar) ने बताया कि 53 वर्षीय एक पुरुष मरीज की 29 अप्रैल को मौत हो गई. वह महाराष्ट्र में प्लाज्मा थेरेपी से गुजरने वाला पहला व्यक्ति था. मुंबई: कोविड-19 से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 6,000 पार, 26 लोगों की संक्रमण से मौत
A 53-year-old male patient, the first to undergo plasma therapy in Maharashtra passed away on 29th April: Dr Ravishankar, CEO Lilavati Hospital, Mumbai #COVID19
— ANI (@ANI) May 1, 2020
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को कहा था कि महाराष्ट्र में प्लाज्मा थेरेपी से कोविड-19 रोगी के इलाज का पहला प्रयोग सफल हो गया है. उन्होंने बताया था कि लीलावती अस्पताल के बाद अब मुंबई के ही बीवाईएल नायर अस्पताल में एक अन्य रोगी पर दूसरा प्रयोग किया जाएगा.
देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस के गंभीर रुप से बीमार मरीजो के उपचार के लिए प्लाज्मा थेरेपी की मदद ली जा रही है. इस थेरेपी में कोविड-19 से ठीक हो चुके व्यक्ति के रक्त घटक प्लाज्मा को कोरोना वायरस से गंभीर रूप से बीमार रोगी के शरीर में स्थानांतरित किया जाता है. हालांकि इसे महामारी के इलाज के तौर पर नहीं देख जा रहा है. इसका अभी प्रयोग ही किया जा रहा है.