Maharashtra: संजय राउत का बागी विधायकों को ऑफर, 24 घंटे में मुंबई लौटे तो शिवसेना MVA से बाहर जाने पर करेगी विचार
महाराष्ट्र में सियासी उथल-पुथल जारी है. शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत से उद्धव सरकार मुश्किल में पड़ गई है. शिवसेना के तीन और विधायक गुरुवार क एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी खेमे में शामिल होने के लिए गुवाहाटी पहुंचे.
मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में सियासी उथल-पुथल जारी है. शिवसेना (Shiv Sena) नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की बगावत से उद्धव सरकार मुश्किल में पड़ गई है. शिवसेना के तीन और विधायक गुरुवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी खेमे में शामिल होने के लिए गुवाहाटी पहुंचे. इस बीच मौजूदा स्थिति पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अगर बागी विधायक 24 घंटे में मुंबई लौटते हैं तो शिवसेना MVA से बाहर जाने पर विचार करेगी. Maharashtra Political Crisis: उद्धव ठाकरे ने सीएम आवास छोड़ा, 'मातोश्री' फिर रहने आए, घर के बाहर शिवसैनिकों ने किया भव्य स्वागत.
महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक के बीच संजय राउत ने गुरुवार को बागी विधायकों, सांसदों से मुंबई आने का आग्रह करते हुए कहा कि शिवसेना महा विकास अघाड़ी गठबंधन से बाहर हो जाएगी. अगर वे चाहते हैं कि शिवसेना एमवीए सरकार से बाहर हो जाए, तो उन्हें मुंबई आना चाहिए और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से सामने-सामने बात करनी चाहिए. निश्चित रूप से, हम इस पर विचार करेंगे, लेकिन सोशल मीडिया पर गुवाहाटी से संवाद न करें.
बागियों को संजय राउत का ऑफर
बता दें कि इससे पहले एकनाथ शिंदे ने कहा था कि एमवीए गठबंधन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस मजबूत जबकि सरकार का नेतृत्व करने वाली शिवसेना (Shiv Sena) और उसके कार्यकर्ता कमजोर हो रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिंदे अपने साथ मौजूद विधायकों से सलाह मशविरा करेंगे और फिर तय करेंगे कि मुंबई कब लौटना है. बुधवार को गुवाहाटी पहुंचने के बाद शिंदे ने कुछ निर्दलीय विधायकों समेत 46 विधायकों के समर्थन का दावा किया था.
वहीं संजय राउत ने आज गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे खेमे के 20 विधायकों के संपर्क में होने का भी दावा किया. उन्होंने यह भी कहा कि जब फ्लोर टेस्ट होता है तो सभी देखेंगे. उन्होंने कहा, जो लोग ईडी के दबाव में पार्टी छोड़ते हैं, वे बालासाहेब ठाकरे के असली अनुयायी नहीं हैं.
शिवसेना सांसद ने दावा किया कि पार्टी अभी भी मजबूत है और विद्रोही बाल ठाकरे के सच्चे "भक्त" नहीं हैं. एकनाथ शिंदे पर कटाक्ष करते हुए राउत ने कहा, "हम उद्धव ठाकरे के तहत बालासाहेब ठाकरे के काम के साथ हैं, मैं बालासाहेब ठाकरे का समर्थन करता हूं और मैं बालासाहेब ठाकरे का अनुसरण करता हूं, इस तरह के बयान से आपको यह साबित नहीं होगा कि आप बालासाहेब के असली अनुयायी हैं. उन्हें डर है ईडी का."
उन्होंने कहा, 'मैं किसी खेमे की बात नहीं करूंगा, मैं अपनी पार्टी की बात करूंगा. हमारी पार्टी आज भी मजबूत है.. करीब 20 विधायक हमारे संपर्क में हैं..जब वे मुंबई आएंगे तो आपको पता चल जाएगा. जल्द ही खुलासा हो जाएगा कि किन परिस्थितियों में इन विधायकों ने हम पर दबाव बनाया."