महाराष्ट्र: कोरोना संकट के बीच गैर-जरूरी सेवाओं के लिए 8 जून से मुबंई की सड़कों पर दौडेंगी BEST की बसें, रखना होगा इन बातों का ख्याल
कोरोना संकट के बीच बेस्ट की बसें 8 जून से एक बार फिर मुंबई की सड़कों पर दौड़ने लगेगी. बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट यानी बेस्ट बस सेवाएं गैर-जरूरी क्षेत्रों में करने वाले सभी लोगों के लिए शुरू की जा रही हैं. हालांकि बेस्ट बसों में यात्रा करना पहले की तरह नहीं होगा, क्योंकि अब यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए यात्रा करनी होगी.
मुंबई: कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच बेस्ट की बसें (BEST Buses) 8 जून से एक बार फिर मुंबई की सड़कों पर दौड़ने लगेंगी. बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (Brihanmumbai Electric Supply and Transport) यानी बेस्ट बस सेवाएं (BEST Bus Service) गैर-जरूरी (Non-Essential) क्षेत्रों में करने वाले सभी लोगों के लिए शुरू की जा रही हैं. हालांकि बेस्ट बसों में यात्रा करना पहले की तरह नहीं होगा, क्योंकि अब यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करते हुए यात्रा करनी होगी. दरअसल, मार्च में देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा के बाद बेस्ट बस सेवाओं को बंद कर दिया गया था, लेकिन इस दौरान सरकार, नगरपालिका कार्यालओं और अस्पताल के कर्मचारियों सहित आवश्यक सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों के लिए बस सेवाएं जारी रखी गईं.
अब 8 जून से आवश्यक सेवाओं में काम करने वालों के साथ-साथ गैर-जरूरी सेवाओं में काम करने वाले लोग भी बेस्ट की बसों में यात्रा कर सकेंगे. बता दें कि मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों को भी कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर बंद कर दिया गया था, जिसके संचालन पर फिलहाल रोक जारी है. ऐसे में बेस्ट की यह बसें ही मुंबईकरों के लिए उपलब्ध सार्वजनिक परिवहन सेवा होगी. यह भी पढ़ें: कोरोना का कहर: महाराष्ट्र में 24 घंटे के भीतर आए 2739 नए केस, COVID-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 82,968 हुई
महाराष्ट्र सरकार के मिशन स्टार्ट अगेन (Mission Start Again) के तीसरे चरण के साथ, निजी क्षेत्र में काम करने वाले लोग, दुकानदार, इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर इत्यादि बेस्ट बसों में यात्रा कर सकेंगे. राज्य सरकार के मिशन स्टार्ट अगेन के तीसरे चरण को लेकर जारी दिशानिर्देशों के अनुसार, जो लोग बेस्ट बस में यात्रा कर सकेंगे वो इस प्रकार है.
1- आवश्यक सेवा कर्मचारी (जो पहले से ही यात्रा कर रहे हैं)
2- सरकारी कार्यालयों के कर्मचारी
3- निजी कार्यालयों के कर्मचारी
4- दुकानदान
5- प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन, श्रमिक वर्ग यह भी पढ़ें: मुंबई: एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी धारावी इलाके में कोरोना के नए 10 मामले सामने आए, कुल संख्या 1899 हुई
राज्य सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, बसों में प्रति सीट पर सिर्फ एक यात्री को बैठने की इजाजत होगी, जबकि केवल 5 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकेंगे. बस में केवल तीस यात्रियों को बैठने और यात्रा करने की अनुमति होगी. इसके अलावा 5 यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति होगी. इसका मतलब है कि बस में एक समय में अधिकतम 35 यात्री ही यात्रा कर पाएंगे.