महाराष्ट्र ATS की चार्जशीट में हुआ खुलासा, मुंब्रा मंदिर के महाप्रसाद में जहर मिलाकर आतंकियों ने बनाई थी नरसंहार की योजना, जाकिर नाइक के उपदेशों से थे प्रेरित
महाराष्ट्र एटीएस ने इस साल जनवरी में 10 आतंकियों को गिरफ्तार किया था जो कथित तौर पर दाएश से जुड़े हैं. अब इन आतंकियों के खिलाफ दायर किए चार्जशीट में कहा गया है कि इन्होंने मुंब्रा के 400 साल पुराने श्री मुंब्रेश्वर मंदिर के महाप्रसाद में जहर मिलाकर एक साथ कई श्रद्धालुओं को मारने की योजना बनाई थी.
महाराष्ट्र (Maharashtra) आतंकवाद रोधी दस्ते (ATS) ने इस साल जनवरी में 10 आतंकियों को गिरफ्तार किया था जो कथित तौर पर दाएश (Daesh) से जुड़े हैं. अब इन आतंकियों के खिलाफ दायर किए चार्जशीट (Chargesheet) में कहा गया है कि इन्होंने मुंब्रा (Mumbra) के 400 साल पुराने श्री मुंब्रेश्वर मंदिर (Shree Mumbreshwar Temple) के महाप्रसाद में जहर मिलाकर एक साथ कई श्रद्धालुओं को मारने की योजना बनाई थी. चार्जशीट में कहा गया है कि आरोपियों में से एक तलहा पोट्रिक ने पिछले साल दिसंबर में एक मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान प्रसाद में जहर मिलाने का प्रयास किया था. उस दिन लगभग 40 हजार भक्तों ने प्रसाद का सेवन किया था.
एटीएस ने एक आरोपी अबू हमजा की पहचान समूह के सरगना के रूप में की है और चार्जशीट में कहा है कि उसने मुंब्रा बाईपास के नजदीक एक पहाड़ी पर विस्फोट का अभ्यास भी किया था. तलहा पोट्रिक और अबू हमजा के अलावा अन्य आरोपियों की पहचान मोहसिन खान, अब्दुल रशीद शेख उर्फ मजहर, मोहम्मद तक़ी खान उर्फ अबू खालिद, मुशाहिद उल इस्लाम, जम्मन खुतेपाद, सलमान सिराजुद्दीन खान और फहद अंसारी के रूप में की है. दसवां आरोपी नाबालिग है. इनमें से अधिकांश मुंब्रा के निवासी हैं और कुछ औरंगाबाद के हैं. यह भी पढ़ें- विस्फोटक मामले में महाराष्ट्र एटीएस ने दो और लोगों को गिरफ्तार किया
चार्जशीट में कहा गया है कि यह समूह विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक के उपदेशों से प्रेरित था. इसमें कहा गया है कि एटीएस ने आरोपियों की सोशल मीडिया प्रोफाइल पर नाइक की मौजूदगी वाले कई वीडियो और तस्वीरें पाई हैं. समूह के कुछ सदस्य विदेश स्थित अपने आकाओं से भी संपर्क में थे.