
प्रयागराज: महाकुंभ मेले में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन अब पूरी तरह सतर्क हो गया है. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने गुरुवार को प्रयागराज पहुंचकर इस घटना की जांच की और 3 फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर होने वाले तीसरे अमृत स्नान के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की.
कुंभ मेले के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) वैभव कृष्ण ने बताया कि आगामी अमृत स्नान को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जा रहा है. "भीड़ में कमी आने के कारण हमने सभी पुलों को फिर से खोल दिया है. वसंत पंचमी से पहले जोनल प्लान के अनुसार काम किया जाएगा. जैसे 29 जनवरी को वीआईपी मूवमेंट को पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया था, वैसे ही 3 फरवरी को भी किसी वीआईपी को अनुमति नहीं दी जाएगी," उन्होंने कहा.
29 जनवरी की भगदड़ में 30 की मौत, 60 घायल
महाकुंभ में बुधवार तड़के हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए. डीआईजी वैभव कृष्ण के अनुसार, अब तक 25 मृतकों की पहचान की जा चुकी है. यह घटना तब हुई जब लाखों श्रद्धालु गंगा-यमुना के संगम में पवित्र स्नान करने पहुंचे थे. मौनी अमावस्या का दिन विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस दिन दूसरा शाही स्नान भी संपन्न होता है.
पीड़ित परिवारों को 25 लाख की सहायता
उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि तीन सदस्यीय समिति जल्द ही अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा, "इस जांच समिति की अध्यक्षता पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार करेंगे. उनके साथ पूर्व डीजी वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डीके सिंह सदस्य होंगे. हम इस पूरे मामले की निगरानी मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिव और डीजीपी के कंट्रोल रूम से कर रहे हैं."
चुनाव प्रचार छोड़कर योगी आदित्यनाथ ने टाली दिल्ली यात्रा
महा कुंभ की स्थिति पर नजर रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना दिल्ली दौरा स्थगित कर दिया, जहां वे चुनाव प्रचार के सिलसिले में जाने वाले थे. प्रशासन अब 3 फरवरी के अमृत स्नान को लेकर पूरी तरह मुस्तैद है और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं.