Madhya Pradesh: हिंदू महिला के साथ यात्रा करने के लिए मुस्लिम शख्स की पिटाई, अब धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत केस दर्ज
महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह दबाव में थी और सिर्फ वही कर रही थी जो उसे वह व्यक्ति कह रहा था. महिला ने शिकायत में कहा है, '14 जनवरी को आरोपी शख्स जबरदस्ती उसे अजमेर ले जा रहा था.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) से एक बेहद ही हैरान करने वाली खबर सामने आई है. उज्जैन में हिंदू महिला के साथ यात्रा करने के लिए एक मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई का मामला सामने आया है. हिंदू महिला के साथ यात्रा करने के करीब 10 दिन बाद मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई की गई. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार एक स्थानीय पुलिस अधिकारी अरुण सोलंकी ने बताया कि सोमवार को एक महिला की शिकायत पर आजाद नगर इंदौर निवासी 26 वर्षीय आसिफ शेख के खिलाफ रंगदारी का मामला दर्ज किया गया है. मध्य प्रदेश में दूल्हे के चचेरे भाई की गिरने मौत, शादी का जश्न मातम में बदला.
शख्स पर महू की 25 वर्षीय महिला से जबरन शादी कराने का भी मामला दर्ज किया गया है. पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में महिला ने कहा, 'आसिफ शेख उसके पति का दोस्त है. वह अक्सर उसके घर आता-जाता था. कुछ महीने पहले शेख ने उनकी कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें क्लिक की थीं. उसने महिला को बदनाम कर धमकाया. वह उसे पैसों के लिए ब्लैकमेल कर रहा था. हाल ही में, उसने मुझ पर शादी के लिए धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया था.'
महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह दबाव में थी और सिर्फ वही कर रही थी जो उसे वह व्यक्ति कह रहा था. महिला ने शिकायत में कहा है, '14 जनवरी को आरोपी शख्स जबरदस्ती उसे अजमेर ले जा रहा था. जब कुछ लोगों ने उन्हें रोका तो वह डर गई और उसने जीआरपी, उज्जैन में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई, लेकिन बाद में उसने शिकायत दर्ज कराने का साहस जुटाया.' शिकायत के बाद पुलिस आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रही है.
इससे पहले 14 जनवरी को एक दक्षिणपंथी संगठन का सदस्य होने का दावा करने वाले पिंटू कौशल ने कुछ अन्य लोगों के साथ उज्जैन रेलवे स्टेशन पर शेख को ट्रेन से खींचकर उसकी पिटाई की थी. कौशल ने बाद में दावा किया था कि विवाहित हिंदू महिला को मुस्लिम पुरुष द्वारा 'गुमराह' किया गया था, और वे शादी के लिए अजमेर जा रहे थे.
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि कौशल ने कहा था, 'हमें सूचना मिली और उन्हें ट्रेन से बाहर लाया गया. हमने उन्हें पुलिस कार्रवाई के लिए जीआरपी, उज्जैन को सौंप दिया क्योंकि यह 'लव जिहाद' का मामला था.' हालांकि, जीआरपी उज्जैन की पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने कहा था कि पुरुष और महिला फैमिली फ्रेंड हैं और महिला की मां ने इसकी पुष्टि की है, इसलिए हमने उन्हें जाने दिया.'