Madhya Pradesh: बड़वानी जिले में ख़राब सड़कों के कारण महिला ने रास्ते में ही सड़क किनारे बच्चे को दिया जन्म (देखें वीडियो)
मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के एक गांव में क्षतिग्रस्त सड़कों और बाढ़ वाले नाले के कारण एम्बुलेंस गर्भवती महिला के घर तक नहीं पहुंच सकी, जिसके बाद 27 वर्षीय महिला ने सड़क के किनारे बच्चे को जन्म दिया. बताया जा रहा है कि यह घटना पानसेमल तहसील के खामघाट गांव में शनिवार शाम को हुई. महिला को कपड़े में लपेटकर कंधे पर टांगकर अस्पताल ले जाया जा रहा था, यात्रा के दौरान ही उसने बच्चे को जन्म दिया.
बड़वानी, 25 सितंबर: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के एक गांव में क्षतिग्रस्त सड़कों और बाढ़ वाले नाले के कारण एम्बुलेंस गर्भवती महिला के घर तक नहीं पहुंच सकी, जिसके बाद 27 वर्षीय महिला ने सड़क के किनारे बच्चे को जन्म दिया. बताया जा रहा है कि यह घटना पानसेमल तहसील के खामघाट गांव में शनिवार शाम को हुई. महिला को कपड़े में लपेटकर कंधे पर टांगकर अस्पताल ले जाया जा रहा था, यात्रा के दौरान ही उसने बच्चे को जन्म दिया. महिला के भाई ठाकुर ने कहा, “मेरी बहन को प्रसव पीड़ा हुई जिसके बाद हमने एम्बुलेंस को फोन किया, लेकिन खराब सड़क और उफनते नाले के कारण एम्बुलेंस घर तक नहीं पहुंच सकी. फिर हमने उसे एक कपड़े में लपेटा और एक उफनते नाले को पार कर अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन रास्ते में ही उसने एक बच्चे को जन्म दे दिया.' यह भी पढ़ें: Video: भद्राद्रि-कोठागुडेम जिले के चारला मंडल में सड़क न होने से आदिवासी गर्भवती महिला को खटिए में टांगकर अस्पताल ले गए, देखें वीडियो
लगभग तीन से चार किलोमीटर तक चलने के बाद, परिवार एम्बुलेंस पाने में कामयाब रहा और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पानसेमल पहुंचा. प्राथमिक उपचार के बाद उसे बड़वानी जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पानसेमल के डॉक्टर अमृत बामनके ने बताया, 'शनिवार शाम करीब 6 बजे एक महिला को एंबुलेंस से ले लाया गया. हमने उसे प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया'. 'वह पहले ही बच्चे को जन्म दे चुकी थी, हमने यहां केवल उसकी नाल निकाली थी, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया.'
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मां और बच्चे दोनों को बड़वानी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और वे स्वस्थ हैं. बहरहाल, महिला के भाई ठाकुर ने भी दावा किया कि उन्होंने सड़क की मरम्मत की मांग रखी लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह इस तरह की पहली घटना नहीं है, और कहा कि उनके परिवार की लगभग दो से तीन महिलाओं ने पहले भी इसी तरह की स्थिति में सड़क के किनारे एक बच्चे को जन्म दिया था.