मध्य प्रदेश के कई हिस्सों से कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों को पीपीई किट का उपयोग करने से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इंदौर में तो एक कर्मचारी की मौत भी हो गई. बताया जा रहा है कि पीपीई किट पहनने से हुई घबराहट की वजह से मौत हो गई. जानकारी मिली है कि इंदौर के एमटीएच अस्पताल में तैनात वार्डबॉय सुरेश चौहान (48) मंगलवार को ड्यूटी कर रहा था, वह पीपीई किट पहने हुए था. साथ में काम कर रहीं नर्सो का कहना है कि सुरेश को घबराहट हुई, वह जमीन पर गिर पड़ा और बाद में उसकी मौत हो गई. वह उच्च रक्तचाप से भी पीड़ित था.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया के अनुसार, सुरेश चौहान नाम का कर्मचारी चिकित्सा शिक्षा विभाग से संबद्ध कर्मचारी है. इससे पहले, सोमवार को भोपाल के हमीदिया अस्पताल के कई कर्मचारियों की तबीयत पीपीई किट पहनने से बिगड़ गई थी. इन सभी को तुरंत इमारत से बाहर निकालकर बेंचों पर लिटाया गया था. कुछ समय बाद वे ठीक हो गए थे.
मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के महामंत्री लक्ष्मी नारायण शर्मा का कहना है कि राज्य के कई हिस्सों में अमानक किस्म की पीपीई किट और मास्क का उपयोग किया जा रहा है. इससे सबसे ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं. पहले हमीदिया में कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ी थी और अब इंदौर के अस्पताल में कर्मचारी की मौत हुई है. इससे पता चलता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है.