28 Nov, 13:15 (IST)

 मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को हो रहे मतदान के शुरुआती चार घंटों में लगभग 22 फीसदी मतदान हुआ है. इस दौरान बड़ी संख्या में ईवीएम मशीनों के खराब होने पर उन्हें बदला गया. 

28 Nov, 13:15 (IST)

 मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को हो रहे मतदान के शुरुआती चार घंटों में लगभग 22 फीसदी मतदान हुआ है. इस दौरान बड़ी संख्या में ईवीएम मशीनों के खराब होने पर उन्हें बदला गया. 

28 Nov, 13:15 (IST)

 मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को हो रहे मतदान के शुरुआती चार घंटों में लगभग 22 फीसदी मतदान हुआ है. इस दौरान बड़ी संख्या में ईवीएम मशीनों के खराब होने पर उन्हें बदला गया. 

28 Nov, 10:21 (IST)

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के बीच बुधवार को राज्य के लोगों से वोट डालने की अपील करते हुए कहा कि लोग नफरत को नकारें और सच को स्वीकार करें.

28 Nov, 09:17 (IST)

शिवराज सरकार में मंत्री सरकार यशोधरा राजे सिंधिया ने शिवपुरी में मतदान किया

28 Nov, 09:04 (IST)

MP में इंदौर, ग्वालियर के बाद अब छतरपुर, महाराजपुर, भिंड और राजगढ़ विधानसभा सीट पर ईवीएम खराब होने की खबर आ रही है 

28 Nov, 08:53 (IST)

मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में वोटिंग की 

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections 2018)  के आज 227 सीटों पर वोटिंग (Voting)  डाली जा रही है. एमपी पिछले 15 साल से बीजेपी का कब्जा है. बीजेपी सत्ता में आने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर चुकी है. वहीं कांग्रेस के कमान राहुल गांधी के हाथों में थी. इसलिए उन्होंने शिवराज सिंह चौहान की सरकार को पछाड़ने के लिए पूरा बल लगा दिया है. वहीं जनता किसे चुनती है और किसे बर्खास्त करती है यह तो चुनाव के परिणाम ही बताएंगे. अगर वोटिंग की बात करें तो 227 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक तथा बालाघाट जिले के तीन नक्सल प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों परसवाड़ा, बैहर एवं लांजी में सुबह 7 बजे से अपराह्न 3 बजे तक मतदान शुरू हो गया.

चुनाव के इस महापर्व पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah)  ने ट्वीट कर लिखा, विकास...साफ नीयत, नीति और नेतृत्व से आता है. आज मध्य प्रदेश जिस विकासपथ पर अग्रसर है उसमें सबसे बड़ा योगदान जनता द्वारा गत 15वर्षों में सही नेतृत्व का चुनाव है. मैं सभी मतदाताओं से अपील करता हूँ कि अधिक से अधिक संख्या में मतदान कर विकसित मध्य प्रदेश को समृद्ध मध्य प्रदेश बनायें.

वहीं जीत की उम्मीद लिए कांग्रेस नेता कमलनाथ(Kamal Nath )और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान में भगवान के दर पर मत्था टेका. कमलनाथ ने भगवान की पूजा कर जीत के लिए फूलों की हार चढ़ाई तो शिवराज ने नर्मदा की पूजा कर इतिहास दोहराने की प्रार्थना की.

कुल मतदाता

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कुल 5,04,95,251 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे जिनमें 2,63,01,300 पुरुष, 2,41,30,390 महिलाएं एवं 1,389 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं. इनमें से 65,000 सर्विस मतदाता डाक मतपत्र से पहले ही मतदान कर चुके हैं. बाकी 5,04,33,079 मतदाता कल अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. इस चुनाव के लिए 1,094 निर्दलीय उम्मीदवारों सहित कुल 2,899 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 2,644 पुरूष, 250 महिलाएं एवं पांच ट्रांसजेंडर शामिल हैं.  चुनाव के लिए 1,094 निर्दलीय उम्मीदवारों सहित कुल 2,899 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 2,644 पुरूष, 250 महिलाएं एवं पांच ट्रांसजेंडर शामिल हैं.

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

पूरे राज्य में 65,367 मतदान केंद्र बनाये गए हैं. इनमें से 17,000 मतदान केन्द्र संवेदनशील घोषित किये गये हैं, जहां केन्द्रीय पुलिस बल और वेवकास्टिंग के साथ माइक्रो पर्यवेक्षक भी तैनात किये गये हैं. सभी मतदान केन्द्रों पर मतदान के लिये ईवीएम के साथ वीवीपैट का उपयोग होगा. राज्य में शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए 1.80 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं, जिनमें केन्द्रीय और राज्य के सुरक्षाकर्मी शामिल हैं.

बीजेपी को है जीत की उम्मीद

मध्य प्रदेश में इस बार भी मुख्य रूप से बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला होने की उम्मीद है. हालांकि, प्रदेश में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) का दावा है कि वह दिल्ली वाली अपनी सफलता को राज्य में दोहराएगी, जहां 2015 के विधानसभा चुनाव में उसने कांग्रेस और बीजेपी का सूपड़ा साफ कर दिया था.

बीजेपी ने सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने 229 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं और एक सीट अपने सहयोगी शरद यादव के लोकतांत्रिक जनता दल के लिये छोड़ी है.

सीटों में लगा सकते हैं सेंध

आप 208 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, बसपा 227, शिवसेना 81 और सपा 52 सीटों पर चुनावी मैदान में है.चुनाव मैदान में खड़ी कई चिल्लर पार्टियां प्रदेश के मुख्य दलों बीजेपी-कांग्रेस के लिए सिर दर्द बन गई हैं, क्योंकि ये इनकी जीत को हार में बदलने में अहम भूमिका अदा कर सकती हैं. इस अहम चुनाव में विपक्षी दल कांग्रेस पिछले 15 साल से सत्तारुढ़ बीजेपी को उखाड़ने के लिये प्रयास कर रही है जबकि बीजेपी ने लगातार चौथी दफा प्रदेश की सत्ता में आने के लिये अबकी बार 200 पार का लक्ष्य तय किया है. ( भाषा इनपुट )