मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018: EVM गड़बड़ी के चलते 4 घंटे तक रुका रहा मतदान, BJP-कांग्रेस ने की दोबारा मतदान कराने की मांग
वोटिंग के दौरान खड़े लोग ( फोटो क्रेडिट - ANI )

भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के 230 विधानसभा क्षेत्रों में  बुधवार को मतदाताओं (Voters) ने अपने वोटिंग (Voting) के अधिकार का इस्तेमाल किया. हालांकि इस दौरान क्षेत्र के कुछ स्थानों पर मारपीट, गोलीबारी और मतदान केंद्रों में तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुईं, बावजूद इसके पूरे राज्य में मतदान शांतिपूर्ण रहा और शाम 6 बजे तक  राज्य में 74.61 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. मध्य प्रदेश में मतदान संपन्न होने के बाद  सत्ताधारी दल बीजेपी (BJP) और विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) ने कई मतदान केंद्रों में पुनर्मतदान (Re-Election)की मांग की है.

दरअसल, राज्य में मतदान के दौरान कई स्थानों पर ईवीएम (EVM) की गड़बड़ी के चलते मतदान रुका रहा. करीब तीन से चार घंटे तक मतदाता मतदान नहीं कर पाए, जिसके चलते भाजपा और कांग्रेस ने पुनर्मतदान की मांग की है.

भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि मध्यप्रदेश के कुछ स्थानों पर ईवीएम मशीन खोलने में पोलिग पार्टी को काफी समस्याएं आई थी, जिस कारण उन स्थानों पर देरी से मतदान प्रक्रिया शुरू हो पाई. मशीन एक के बाद एक खराब होती गई और कई स्थानों पर मशीनें उपलब्ध नहीं होने के कारण तीन से चार घंटे तक मतदान प्रक्रिया स्थगित रही, इससे नाराज होकर अधिकांश मतदाता मतदान किए बगैर ही लौट गए. सतना जिले में मतदान की प्रक्रिया बहुत लंबे समय तक बाधित रही, इस कारण से यहां पुनर्मतदान कराया जाना आवश्यक है.

प्रतिनिधिमंडल ने मांग करते हुए कहा कि भिंड जिले में आतंक के वातावरण में पुलिस मूकदर्शक बनी रही. अनेक स्थानों पर मतदाताओं को मतदान केन्द्र से भगाया गया और मतदान से वंचित किया गया. असामाजिक तत्वों का बोलबाला रहा, पूरे भिंड जिले का वातावरण निष्पक्ष तरीके से मतदान प्रक्रिया को संचालित नहीं कर सका. यहां भी पुर्नमतदान जरूरी है. प्रतिनिधिमंडल में शांतिलाल लोढ़ा, एस़एस़ उप्पल, ओमशंकर श्रीवास्तव, रवि कोचर शामिल थे. यह भी पढ़ें: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018: छिटपुट हिंसा के बीच 75 फीसदी मतदाताओं ने डाले वोट

वहीं कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में हर एक विधानसभा क्षेत्र में एक से 70 मशीनों के खराब होने की बात सामने आई है. कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग से 150 शिकायतें की है. कमलनाथ ने कहा है कि निर्वाचन आयोग के अनुसार अगर मतदान तीन घंटे से ज्यादा नहीं हो पाता है तो वहां पुर्नमतदान का प्रावधान है और इसी के चलते कांग्रेस ने पुर्नमतदान की मांग की है.