प्रवासी मजदूरों को लेकर बोले उद्धव ठाकरे, फिलहाल ट्रेनें तो नहीं चलेंगी, लेकिन घर भेजने के लिए निकाल रहे हैं रास्ता
सीएम उद्धव ठाकरे (Photo Credits: PTI)

मुंबई: देश में 3 मई के बाद लॉकडाउन खत्म होगा या फिर बढ़ेगा. पीएम मोदी कल राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करने वाले हैं. लेकिन रविवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने इस बात का संकेत दिया है कि राज्य में 3 मई के बाद भी लॉकडाउन रहेगा. हालांकि उन्होंने राज्य में फंसे मजदूरों के लिए  दिलासा  देते हुए कहा कि कोरोना वायरस को देखते हुए ट्रेने तो नहीं चालू की जा सकती है.  लेकिन राज्य में फंसे मजदूरों को उनके घर भेजने को लेकर उनकी केंद्र सरकार से बात हो रही है. उन्हें घर भेजने को लेकर हर संभव जो हो सकेगा सरकार उनके लिए जरूर करेगी. इसलिए उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं हैं.

सीएम ठाकरे ने कहा कि  ट्रेने खोली गई और भी उमड़ी तो इससे संक्रमण बढ़ने का ख़तरा ज्यादा बढ़ा जाएगा. इसलिए लॉकडाउन को और बढ़ाना पड़ेगा और ट्रेनों को पूरी तरह से चालू नहीं किया जा सकता है.  वहीं उन्होंने कोटा में फंसे छात्रों को लाने को लेकर कहा कि सरकार उन्हें वहां से लाने के बारे में विचार विमर्श कर रही है. जल्द ही उस पर फैसला लिया जाएगा. यह भी पढ़े: सीएम उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी से की मांग, कहा- महाराष्ट्र में फंसे प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए चलाएं स्पेशल ट्रेन

अक्षय तृतीय त्योहारों के बारे में कहा कि आज अक्षय तृतीय (AkshayaTritiya) पर कोई उत्सव नहीं करने के लिए मैं आपका आभारी हूं. वहीं शनिवार से शुरू रमजान के बारे में उन्होंने कहा कि मै लोगों से अपील करता हूं कि रमजान महीने में लोग इबादत करने के लिए घरों से बाहर ना जाए. बल्कि घर पर ही इबादत करें और इस महामारी को खत्म होने को लेकर दुआ करे.

पुलिस वालों के प्रति जताया दुःख: 

राज्य में कोरोना वायरस से दो पुलिस वालों की जान चली गई. पहले पुलिस वाले की जान कल गई थी. जो मुंबई वाकोला पुलिस स्टेशन में तैनात था और वर्ली इलाके में रहता था. कोविड- 19 के चलते जान चली गई. वहीं इस महामारी से  रविवार को भी एक पुलिस वाले की जान चली. जान गवाने  वाले दोनों पुलिस वालों के प्रति सीएम उद्धव ठाकरे ने दुःख जताते हुए सरकार की तरफ से हर संभव मदद की जायेगी.