Lockdown 4.0 के पहले दिन ही देशभर में सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां, गाजियाबाद, सोनीपत में घर जाने के लिए उमड़ी हजारों प्रवासी श्रमिकों की भीड़
लॉकडाउन के चौथे चरण पहले ही दिन देशभर में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखाई दी. देशभर के कई हिस्सों में प्रवासी मजदूर घर जाने के लिए इकट्ठा हो गए हैं. कई राज्यों में हजारों प्रवासी मजदूरों की भीड़ जमा हो गई है.
लॉकडाउन के चौथे चरण (Lockdown 4.0) के पहले ही दिन देशभर में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखाई दी. देशभर के कई हिस्सों में प्रवासी मजदूर घर जाने के लिए इकट्ठा हो गए हैं. कई राज्यों में हजारों प्रवासी मजदूरों की भीड़ जमा हो गई है. कई जगहों पर पुलिस को लाठीचार्ज के साथ-साथ आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े. दिल्ली से सटे गाजियाबाद (Ghaziabad) के रामलीला मैदान (Ramlila Ground) में भी प्रवासी मजदूरों की भीड़ दिखी. ये मजदूर श्रमिक स्पेशल ट्रेन के रजिस्ट्रेशन के लिए यहां इकट्ठा हुए. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की खूब धज्जियां उड़ी. गाजियाबाद से सोमवार को 3 श्रमिक स्पेशल ट्रेन उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जाएंगी.
गाजियाबाद जैसे हालात हरियाणा के सोनीपत (Sonipat) में भी दिखे. यहां कुंडली औद्योगिक क्षेत्र में लगभग 2000 प्रवासी कर्मचारी बसों के इंतजार खड़े दिखे. ये मजदूर यूपी के अलग-अलग हिस्सों से हैं. एक श्रमिक ने कहा, "मैं गोरखपुर से हूं. मैं यहां एक कंपनी में काम कर रहा था. अब मैं घर वापस जाना चाहता हूं क्योंकि कंपनी बंद है और हमारे पास पैसा नहीं है." इन श्रमिकों का कहना है, 55 दिनों तक हम लोग किसी तरह यहां काट चुके हैं. अब पैसा नहीं बचा है. भूख से मरने से बेहतर है कि घर चले जाएं. यह भी पढ़ें- लॉकडाउन 4.0: पहले दिन ही दिल्ली-नोएडा बॉर्डर DND पर लगा भारी जाम, देखें तस्वीरें.
गजियाबाद में इकट्ठा हुए हजारों मजदूर-
हरियाणा में घर जाने के लिए सड़कों पर श्रमिकों का हुजूम-
इससे पहले अहमदाबाद (Ahmedabad) में यहां घर जाने की मांग कर रहे मजदूरों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. इस दौरान आंसूगैस के गोले भी छोड़े गए और कई मजदूरों को हिरासत में लिया गया. गुजरात के अहमदाबाद में सोमवार को एक सड़क पर कम से कम 100 प्रवासी कामगार इकट्ठा हो गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों और लोगों पर पथराव किया.
दरअसल किसी ने मजदूरों को बता दिया कि आईआईएम के पास से बस जा रही है. इसके बाद मजदूरों का हुजूम आईआईएम के पास पहुंच गया, लेकिन वहां बस नहीं दिखी तो मजदूर भड़क गए और पुलिस के साथ भिड़ंत हो गई. पुलिस ने कई मजदूरों को हिरासत में लिया.
सोमवार सुबह दिल्ली गाजीपुर (यूपी बॉर्डर) पर प्रवासी मजदूरों की भीड़ दिखी. पुलिस ने भीड़ को हटाने का काम किया, एक प्रवासी मजदूर ने बताया कि हम लोग को बस में बिठाकर कहा गया यूपी बॉर्डर के अंदर छोड़गें, लेकिन उन्होंने हमें यमुना कांप्लेक्स पर ही छोड़ दिया. फिर हम वहां से पैदल चलकर यहां आए हैं.