Leopard Shot Dead: राजस्थान में मारा गया आदमखोर तेंदुआ! उदयपुर में वन अधिकारियों ने मारी गोली, लोगों ने ली राहत की सांस

राजस्थान के उदयपुर जिले के मदर क्षेत्र में शुक्रवार की सुबह वन विभाग के अधिकारियों ने एक तेंदुए को गोली मारकर मार डाला. अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच चल रही है, जिसके बाद यह स्पष्ट होगा कि क्या यह तेंदुआ पिछले एक महीने में उदयपुर के गोगुंडा और झाड़ोल क्षेत्रों में आठ लोगों की हत्या में शामिल था या नहीं.

मामले की गंभीरता 

मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) सुनील चिद्री ने बताया कि प्रारंभिक जांच अभी चल रही है. उन्होंने कहा, "हालांकि हम इस बात से राहत महसूस कर रहे हैं कि तेंदुएको बेअसर कर दिया गया है, लेकिन यह कहना अभी जल्दी है कि क्या यह हाल की मौतों के लिए जिम्मेदार मानव-भक्षी था. हम गहन जांच कर रहे हैं, और जल्द ही एक आधिकारिक बयान जारी किया जाएगा."

लेपर्ड हमलों की बढ़ती घटनाएं 

उदयपुर में पिछले महीने में तेंदुए से संबंधित हमलों में तेजी आई है, जिससे स्थानीय लोगों के बीच चिंता फैल गई है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में. हाल के दिनों में, उदयपुर के झाड़ोल और गोगुंडा क्षेत्रों में तेंदुए के हमलों में कम से कम 10 लोगों की जान जा चुकी है. इनमें से अधिकांश मौतें गोगुंडा में हुई हैं, जो अब इस क्षेत्र में बाघ के हमलों का केंद्र बन गया है. सभी घटनाएँ झाड़ोल और गोगुंडा के बीच 35 किलोमीटर के दायरे में हुई हैं.

10 मौतों में से सात गोगुंडा क्षेत्र में हुईं, दो झाड़ोल में और एक बदगाँव में. स्थानीय लोगों के बीच बढ़ती डर और चिंता को देखते हुए वन विभाग ने तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता महसूस की. तेंदुए को मारने का निर्णय उस स्थिति के बाद लिया गया जब यह पुष्टि की गई कि यह तेंदुआ खतरा पैदा कर सकता है.

इस घटना ने जंगलों और आसपास के क्षेत्रों में वन्य जीवों के साथ मानव-संबंधों पर भी चर्चा शुरू कर दी है. वन अधिकारियों ने स्थानीय समुदायों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी असामान्य गतिविधि पर ध्यान दें. वन अधिकारियों का कहना है कि वे आगे की जांच के बाद ही स्थिति के बारे में सही जानकारी दे पाएंगे. लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई आवश्यक है.