पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) शनिवार को 'लैंड फार जॉब' स्कैम मामले में पूछताछ के लिए आज सीबीआई के सामने पेश होंगे. वहीं, उनकी बहन और राजद सांसद मीसा भारती ई़़डी के सामने पेश होंगी. जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, 'एजेंसियां जांच कर रही हैं, हमने उसमें शुरू से ही सहयोग किया है. जो देश में माहौल है वो आप देख ही रहे हैं. झुकना बहुत आसान है और लड़ना बहुत मुश्किल है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे.
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि जांच के दौरान यह पाया गया कि आरोपियों ने सेंट्रल रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक और सीपीओ के साथ साजिश रचकर लालू परिवार के करीबी रिश्तेदारों के नाम पर या उनके नाम पर जमीन के बदले में लोगों को नियुक्त किया.
'लैंड फार जॉब' स्कैम मामले में पूछताछ
एजेंसियां जांच कर रही हैं, हमने उसमें शुरू से ही सहयोग किया है। जो देश में माहौल है वो आप देख ही रहे हैं। झुकना बहुत आसान है और लड़ना बहुत मुश्किल है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव https://t.co/OMO8ld4u56 pic.twitter.com/C1nKuKDcKH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 25, 2023
एक अधिकारी ने कहा, 2004-2009 के दौरान रेल मंत्री के रूप में सेवा करते हुए, लालू यादव ने रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में समूह 'डी' पदों पर स्थानापन्न की नियुक्ति के बदले में अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन-जायदाद के हस्तांतरण के रूप में आर्थिक लाभ प्राप्त किया था.
पटना के कई निवासियों ने खुद या अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से लालू के परिवार के सदस्यों और परिवार द्वारा नियंत्रित एक निजी कंपनी के पक्ष में अपनी जमीन बेच दी और तोहफे में दे दी.
जोनल रेलवे में स्थानापन्न की ऐसी नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन या कोई सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया था, फिर भी जो पटना के निवासी थे, उन्हें मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित विभिन्न क्षेत्रीय रेलवे में स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था.