कुंभ मेला 2019: आनंद विहार से प्रयागराज के लिए पहली स्पेशन ट्रेन रवाना, तीर्थयात्रियों के लिए रेलवे चला रही है 800 'कुंभ स्पेशल' ट्रेनें
कुंभ मेला के लिए स्पेशल ट्रेन (Photo Credits: Facebook)

कुंभ मेला 2019: संगमनगरी प्रयागराज (Prayagraj) में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के साथ कुंभ मेले (Kumbh Mela) की शुरुआत हो चुकी है. कुंभ मेले के पहले दिन शाही स्नान (Shahi Snan) में देश-विदेश से आए करीब सवा दो करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाई. मंगलवार को पहले दिन करीब 13 अखाड़े शाही स्नान में शामिल हुए. ऐसे में कुंभ मेले में जाने वाले यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने भी स्पेशल ट्रेन सेवाएं (Special Train Services) शुरु कर दी हैं. इसी कड़ी में बुधवार से आनंद विहार (Anand Vihar) और प्रयागराज (Prayagraj) के बीच कुंभ मेले के लिए स्पेशल ट्रेन सेवा शुरु हो गई है. यह ट्रेन 6 मार्च तक 24 फेरे लगाएगी.

आनंद विहार से प्रयागराज के बीच दौड़नेवाली यह स्पेशल ट्रेन गाजियाबाद नहीं ठहरेगी. ऐसे में गाजियाबाद, नोएडा और आसपास के लोगों को यह ट्रेन पकड़ने के लिए आनंद विहार रेलवे स्टेशन आना पड़ेगा. (04118) कुंभ स्पेशल ट्रेन बुधवार यानी आज पहली बार प्रयागराज के लिए रवाना हो चुकी है. हालांकि इससे पहले मंगलवार को कुंभ स्पेशल ट्रेन (04117) प्रयागराज से आनंद विहार के लिए रवाना हुई थी.

जानकारी के मुताबिक, कुंभ मेले के लिए यह स्पेशन ट्रेन सुबह 7 बजकर 50 मिनट पर रवाना हुई और उसी दिन शाम को 5 बजकर 20 मिनट पर प्रयागराज स्टेशन पहुंचेगी. यह भी पढ़ें: कुंभ 2019: पहले शाही स्नान में 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, भक्ति से सराबोर हुआ प्रयागराज

गौरतलब है कि कुंभ मेले की शुरुआत से पहले ही यहां लाखों-करोड़ों की तादात में श्रद्धालु, साधु-संत पहुंचने लगे थे और इस मेले के पहले दिन इसकी भव्यता देखने लायक थी.

इसके अलावा पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से भी मेला स्पेशन ट्रेन सेवाएं शुरु की गई हैं. मुख्य स्नान के दौरान गोरखपुर, भटनी, छपरा, मऊ और मंडुआडीह से झूंसी व इलाहाबाद सिटी के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी. यह भी पढ़ें: कुंभ मेला 2019: विश्व का सबसे प्राचीन वटवृक्ष है 'अक्षयवट', जहां वनवास काल के दौरान भगवान राम ने 3 दिनों तक किया था निवास

बता दें कि भारतीय रेलवे कुंभ मेले में तीर्थयात्रियों को लाने और ले जाने के लिए 800 स्पेशल ट्रेनें चला रही है. इनमें से 622 ट्रेनें उत्तर मध्य रेलवे प्रशासन की ओर से चलाई जाएंगी, जबकि पूर्वोत्तर रेलवे 110 और उत्तर रेलवे 68 स्पेशल ट्रेनें चलाएगा.